
Body Elections 2025 (खैरागढ़) : नगरीय निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशियों के ऐलान के बाद कार्यकर्ताओं में नाराजगी खुलकर सामने आ रही है। खैरागढ़ जिले के छुईंखदान नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए टिकट बंटवारे को लेकर भाजपा की सियासी गलियों में भूचाल आ गया है। वार्ड नंबर एक की पूर्व पार्षद और जिला महिला मोर्चा मंत्री शैव्या वैष्णव ने टिकट न मिलने से आहत होकर सोशल मीडिया पर एक भावुक वीडियो जारी किया है। वीडियो में शैव्या रोते हुए न केवल पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है, बल्कि राजनीति में महिलाओं के संघर्ष और उनके साथ होने वाले अन्याय पर भी खुलकर अपनी बात रखी है।
बताया जा रहा कि शैव्या वैष्णव को अध्यक्ष पद की प्रबल दावेदार मानी जा रही थीं, लेकिन पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह के करीबी प्रदेश संगठन चुनाव प्रभारी खूबचंद पारख की बेटी शीतल जैन को उम्मीदवार बनाया है। अपने वीडियो में शैव्या ने कहा, “मैं शैव्या वैष्णव, पूर्व पार्षद यह वीडियो उन सभी महिलाओं के लिए बना रही हूं, जो राजनीति में हैं। महिलाओं के लिए राजनीति करना आसान नहीं है. परिवार और बच्चों को छोड़कर मैदान में मेहनत करनी पड़ती है. मैंने भी दिन-रात मेहनत की थी, लेकिन नतीजा क्या मिला? उन महिलाओं को टिकट दिया गया, जिनके पीछे बड़े नेताओं और परिवार का हाथ है।
हमारी मेहनत क्या कम थी? आरक्षण इसलिए आया था कि महिलाएं आगे बढ़ सकें, लेकिन यहां आरक्षण भी परिवारवाद का भेंट चढ़ गया।” शैव्या ने पार्टी पर सीधे-सीधे परिवारवाद और गुटबाजी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि महिलाओं के संघर्ष और योगदान को नजरअंदाज कर दिया गया। उनका यह बयान न केवल छुईंखदान, बल्कि पूरे राजनीतिक क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। शैव्या का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही सियासी हलकों में खलबली मच गई।
लोगों ने भी इस वीडियो को शेयर कर पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाया है। वीडियो पर कई स्थानीय कार्यकर्ताओं ने भी कमेंट कर शैव्या के प्रति सहानुभूति जताई है। कुछ ने पार्टी नेतृत्व के फैसले पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह भाजपा की “महिला सशक्तिकरण” के दावे को कमजोर करता है।