Chhattisgarh Tourism RATANPUR: रतनपुर का इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर: श्री महामाया देवी मंदिर

Chhattisgarh Tourism RATANPUR(रतनपुर का इतिहास): दक्षिण-पूर्व भारत का एक प्रमुख धार्मिक स्थल, वास्तुकला की दृष्टि से भव्य और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध मंदिर: श्री महामाया देवी मंदिर, रतनपुर। कई दशकों से, यह मंदिर और रतनपुर का शहर अनेक इतिहासकारों और पुरातत्वज्ञों का ध्यान आकर्षित कर रहा है।
पर्यटक आकर्षण स्थल
रतनपुर
महामाया देवी: यह मंदिर बिलासपुर (छत्तीसगढ़) से 25 किमी दूर, बिलासपुर-अंबिकापुर राज्य राजमार्ग पर स्थित है। मंदिर और कई सहायक मंदिरों, गुंबदों, महलों और किलों के अवशेष, जो समय और प्राकृतिक शक्तियों के कारण अब खंडहर हो चुके हैं, एक कहानी सुनाते हैं। यह कलचुरी राजाओं की राजधानी रहा है और इसके पास लगभग एक सहस्त्राब्दी का इतिहास है।
रतनपुर की यात्रा
- रतनपुर के टूर पैकेज
- जाने का रास्ता
छत्तीसगढ़ वह क्षेत्र था जिसे ‘दक्षिण कोशल’ के नाम से जाना जाता था, जो रामायण और महाभारत दोनों में उल्लेखित है।
यात्रा के साधन
हवाई मार्ग:
रायपुर (141 किमी) निकटतम हवाई अड्डा है, जो मुंबई, दिल्ली, नागपुर, भुवनेश्वर, कोलकाता, रांची, विशाखापट्टनम और चेन्नई से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
रेलमार्ग:
बिलासपुर रेलवे स्टेशन बंबई-हावड़ा मुख्य लाइन पर 25 किमी की दूरी पर स्थित है।
सड़क मार्ग:
बिलासपुर से रतनपुर (25 किमी) के लिए नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं।