CG: महिला मंडल ने जिलाधीश को सौंपा ज्ञापन, दी बापू जी की रिहाई की मांग

CG:अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला उत्थान मंडल ने शुक्रवार को एक विशाल संस्कृति यात्रा निकालकर जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान महिलाओं ने “नारी तू नारायणी” का संदेश दिया और संत आशारामजी बापू की सम्मानजनक रिहाई की मांग उठाई।
महिला उत्थान मंडल की अध्यक्ष उषा किरण ने बताया कि संगठन हर साल 8 मार्च को बापू जी की रिहाई के लिए प्रशासन को आवेदन सौंपता है। उन्होंने कहा, “हमारी मांग है कि गुरुजी को अंतरिम राहत तो मिली है, लेकिन उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उन्हें पूरी तरह से ससम्मान रिहा किया जाए। इस संबंध में कलेक्टर साहब ने हमारी बात उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है।”
बापू जी के सेवा कार्यों को बताया
महिला मंडल की सदस्य शीतल गुप्ता ने बताया कि बापू जी ने 78 वर्ष की उम्र पूरी कर ली है, फिर भी वे कारागृह में हैं। उन्होंने कहा, “बापू जी ने समाज के लिए कई बड़े कार्य किए हैं। उनकी प्रेरणा से ही हर साल 25 दिसंबर को तुलसी पूजन दिवस मनाया जाता है।”
उन्होंने आगे बताया कि बापू जी ने मातृ-पितृ पूजन दिवस की शुरुआत की थी, जिससे आज लाखों युवा पश्चिमी संस्कृति के प्रभाव से दूर रहकर अपने माता-पिता का सम्मान कर रहे हैं। “जहां लोग 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे मनाते हैं, वहीं बापू जी की प्रेरणा से कई स्कूलों और कॉलेजों में मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं,” उन्होंने जोड़ा।
महिलाओं के लिए किए बापू जी के कार्य
कार्यक्रम में आईं अन्य महिलाओं ने भी कहा कि बापू जी के मार्गदर्शन में महिलाओं के लिए कई उत्थान कार्य किए जा रहे हैं। उनके अनुसार, बापू जी की प्रेरणा से हजारों महिलाओं को संस्कार, शिक्षा और आत्मनिर्भरता के पाठ पढ़ाए गए हैं।
महिला मंडल की मांग है कि बापू जी को जल्द से जल्द रिहा किया जाए, ताकि वे समाज में फिर से सेवा कार्य कर सकें। महिलाओं का कहना है कि न्यायपालिका ने पहले भी उन्हें राहत दी है और अब उनकी पूर्ण रिहाई आवश्यक है।
कार्यक्रम के अंत में महिलाओं ने भक्ति गीतों के साथ संत आशारामजी बापू के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की और प्रशासन से जल्द न्याय की अपील की।