छत्तीसगढ़ में एक हफ्ते से उद्योग बंद’: कांग्रेस बोली- ये कैसी सरकार?, बीजेपी राज में व्यापारी हो रहे परेशान

Chhattisgarhकांग्रेस ने उद्योगों के बंद को लेकर छत्तीसगढ़ बीजेपी पर निशाना साधा है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जब से राज्य में भाजपा सरकार बनी है तब से वह उद्योग व्यापार को चौपट करने वाला निर्णय ले रही है। जिन व्यापारियों उद्योगपतियों को दिये जाने वाले टैक्स के पैसे से सरकार विकास और राहत के काम करती है। उन्हीं व्यापारियों को परेशान किया जाना गलत है? आरोप लगाया कि सात महीने में लगातार व्यापारियों के यहां सरकार की ओर से जीएसटी के छापेमारी करवाया जा रहा है। बिजली बिल बढ़ोतरी के कारण उद्योगो में एक सप्ताह से तालाबंदी है। 2 लाख मजदूरों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा नेता की ओर से व्यापारियों को टैक्स चोर कहना निंदनीय है ये वही व्यापारी हैं, जिनके दिये गए टैक्स से राज्य का खजाना भरता है और विकास कार्य होता है। व्यापारी वर्ग लगातार अनियमितता जीएसटी से परेशान और हताश होकर केंद्र सरकार से कई बार गुहार लगाये हैं। कई सुझाव दिए हैं, लेकिन उसे पर केंद्र सरकार ने अमल नहीं किया है और जो जीएसटी का छापा व्यापारियों के यहां पड़ रहा है। यह सिर्फ भाजपा के वसूली के लिए पड़ रहा हैं।

व्यापारियों को टैक्स चोर कहना निंदनीय’

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जिस समय जीएसटी लागू किया गया। इस दौरान कांग्रेस ने जीएसटी के कई स्लैब और इसके कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए थे और पूरे देश में व्यापारी वर्ग भी इसके खिलाफ रहे हैं। जीएसटी के विषय पर अब तक 3000 से अधिक सुधार किया गया है। उसके बावजूद जीएसटी की समस्या निरंतर बनी हुई है। भाजपा नेता जीएसटी को लेकर अपनी केंद्र सरकार की नाकामी को ढकने के लिए अब सीधा-सीधा व्यापारी को ही टैक्स चोर कह रहे हैं, जो कि पूरी तरह से निंदनीय है।

 

 

Show More
Follow Us on Our Social Media
Back to top button
रात को सोने से पहले पुरुष क्यों खाएं इलायची? जानिए ज़बरदस्त फायदे! जानिए! 5 बेस्ट सरकारी योजनाएं महिलाओं के लिए, मिलेगा लाखों रुपये का फायदा
रात को सोने से पहले पुरुष क्यों खाएं इलायची? जानिए ज़बरदस्त फायदे! जानिए! 5 बेस्ट सरकारी योजनाएं महिलाओं के लिए, मिलेगा लाखों रुपये का फायदा