नागपुर में पतंजलि फूड पार्क का उद्घाटन, किसानों को मिलेगा बड़ा फायदा

नागपुर में पतंजलि फूड एवं हर्बल पार्क का उद्घाटन किया गया। इस खास मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और योग गुरु बाबा रामदेव मौजूद रहे। इस फूड पार्क की शुरुआत से नागपुर और आसपास के किसानों को बड़ा लाभ मिलने की उम्मीद है। खासकर, संतरा उत्पादकों के लिए यह एक सुनहरा अवसर साबित हो सकता है।
9 साल बाद सपना हुआ साकार
मुख्यमंत्री फडणवीस ने इस मौके पर कहा कि इस फूड पार्क को बनने में 9 साल का वक्त लगा, लेकिन आखिरकार यह सपना पूरा हुआ। उन्होंने बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण का धन्यवाद करते हुए कहा कि जब भी उन्होंने इस प्रोजेक्ट के बारे में बातचीत की, तो पतंजलि ने हमेशा भरोसा दिलाया कि यह काम पूरा होगा।
नागपुर क्यों चुना गया?
फडणवीस ने बताया कि कई राज्यों की सरकारें पतंजलि को मुफ्त में जमीन देने के लिए तैयार थीं, लेकिन नागपुर को इसलिए चुना गया क्योंकि यहां संतरे का अच्छा उत्पादन होता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पतंजलि को मुफ्त में जमीन नहीं दी गई, बल्कि पारदर्शी प्रक्रिया के तहत टेंडर जारी किया गया। तीन बार टेंडर निकाला गया, लेकिन पतंजलि के अलावा कोई और कंपनी इसमें रुचि नहीं दिखा पाई।
संतरा किसानों के लिए वरदान साबित होगा फूड पार्क
इस पार्क में संतरे की कटाई, प्रोसेसिंग और पैकेजिंग की पूरी सुविधा दी जाएगी। अब किसानों को अपने फलों को खराब होने की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। यहां आधुनिक कोल्ड स्टोरेज की सुविधा होगी, जिससे किसान अपने उत्पादों को सुरक्षित रख सकेंगे और बाजार में अच्छे दाम मिलने पर बेच सकेंगे।
पतंजलि ने यह भी ऐलान किया कि इस फूड पार्क में संतरे के हर हिस्से का उपयोग किया जाएगा। फलों के छिलकों और गुठली से भी प्रोडक्ट बनाए जाएंगे, जिससे कोई भी चीज बेकार न जाए। इसके अलावा, यहां एक नर्सरी भी तैयार की जाएगी, जिससे नए और बेहतर किस्म के संतरे के पौधे उगाए जाएंगे।
किसानों को होगा सीधा लाभ
इस परियोजना से विदर्भ क्षेत्र के किसानों को काफी फायदा मिलेगा। संतरा उत्पादकों को उचित दाम मिलेगा और उन्हें अपनी उपज को सुरक्षित रखने की सुविधा भी मिलेगी। पतंजलि का यह फूड पार्क किसानों के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हो सकता है, जिससे उनकी आय में बढ़ोतरी होगी और नागपुर का नाम संतरा उत्पादन में और आगे बढ़ेगा।