सुहेला तहसील में किसान ने तहसीलदार के सामने खाया जहर, हालत नाजुक

बलौदाबाजार। जिले के सुहेला तहसील में एक बेहद दुखद घटना सामने आई है। तहसीलदार की कथित बदसलूकी और एकतरफा कार्रवाई से परेशान होकर किसान हीरालाल साहू ने तहसीलदार कुणाल सर्वैया के सामने ही जहर पी लिया। आनन-फानन में हीरालाल को सुहेला स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहाँ उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। हीरालाल साहू बुड़गहन गाँव के निवासी हैं।
जमीन पर जबरन कब्जा, शिकायतों पर नहीं हुई सुनवाई
हीरालाल साहू की जमीन पर गाँव के ही एक व्यक्ति ने जबरदस्ती कब्जा कर घर बना लिया था। इस मामले को लेकर हीरालाल ने सुहेला तहसील कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी और पिछले दो वर्षों से लगातार तहसील कार्यालय के चक्कर काट रहे थे। लेकिन उनकी बात को कभी भी गंभीरता से नहीं लिया गया और ना ही उन्हें न्याय मिला।
पेशी के दौरान तहसीलदार ने की बदसलूकी, परिजन बोले- ‘न्याय के लिए गिड़गिड़ाते रहे’
घटना वाले दिन भी हीरालाल की तहसील में पेशी थी। परिजनों का कहना है कि वे घंटों तक तहसीलदार से अपनी जमीन वापस दिलाने की गुहार लगाते रहे, लेकिन तहसीलदार ने उनकी बात नहीं सुनी। उल्टा तहसीलदार ने अपने स्टाफ को कहकर हीरालाल और उनके परिवार को धक्के मारकर दफ्तर से बाहर निकालने का आदेश दिया।
पुलिस बुलाने की धमकी, बेटे-बेटी की विनती भी अनसुनी
परिजनों के अनुसार, तहसीलदार ने उनके साथ बदसलूकी भी की। हीरालाल के बेटे और बेटी तहसीलदार के सामने हाथ जोड़कर न्याय की विनती कर रहे थे, लेकिन तहसीलदार ने उनकी एक न सुनी और पुलिस बल बुला लिया। इस अपमान और अन्याय से आहत होकर हीरालाल ने वहीं जहर खा लिया।
गाँव में आक्रोश, प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल
हीरालाल की हालत गंभीर बनी हुई है और गाँव के लोगों में भारी आक्रोश है। लोग तहसीलदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस घटना ने प्रशासन की कार्यशैली और न्याय देने की प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।