Delhi Assembly Election: चुनाव जीतने पुलिस की स्ट्रेटजी अपना रही आप, वोटर्स को लुभाने के लिए किया टास्क फोर्स का गठन

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने राजधानी में रहने वाले पूर्वांचल समुदाय के वोटरों को आकर्षित करने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है, पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक, AAP ने सात टीमों का गठन किया है, जिनकी अगुवाई पार्टी नेता संजय सिंह करेंगे। इन टीमों का उद्देश्य दिल्ली के सात लोकसभा क्षेत्रों में पूर्वांचल समुदाय के वोटरों से संपर्क कर AAP के पक्ष में रणनीति तैयार करना है।
यह टीमें दिल्ली में पूर्वांचलियों से जुड़ने और यह बताने पर ध्यान केंद्रित करेंगी कि बीजेपी उनके खिलाफ है। यह कदम तब उठाया गया जब बीजेपी के एक राष्ट्रीय प्रवक्ता को AAP विधायक के खिलाफ टिप्पणी करने के लिए माफी मांगनी पड़ी। AAP इस घटना को पूर्वांचल समुदाय के वोटरों को आकर्षित करने के लिए इस्तेमाल करने की योजना बना रही है। संजय सिंह दिल्ली भर में इस टास्क फोर्स से जुड़े लोगों के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं। पार्टी के सूत्रों का कहना है कि इस मुद्दे पर अब तक लगभग 600 बैठकें आयोजित की जा चुकी हैं।
बीजेपी ने 100 से ज्यादा नेताओं को जिम्मेदारी दी
इसी बीच, बीजेपी ने भी पूर्वांचल वोट बैंक को अपनी ओर करने के लिए एक विशेष रणनीति बनाई है। बीजेपी ने उत्तर प्रदेश और बिहार से 100 से ज्यादा नेताओं को प्रमुख जिम्मेदारियां सौंपी हैं। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से 27 सीटों पर पूर्वांचल वोटरों प्रभाव माना जाता है। उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के वोटरों की एक मजबूत हिस्सेदारी इन क्षेत्रों में है। चुनाव की तारीख 5 फरवरी नजदीक आते ही, बीजेपी और AAP दोनों अपने प्रयासों को इन वोटरों पर केंद्रित कर रहे हैं।पूर्वांचल वोटरों की बढ़ती ताकत दिल्ली में चुनावी परिणामों पर निर्णायक असर डालने वाली है।