बीजेपी ने 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए जिलाध्यक्षों की सूची जारी की

लखनऊ, 17 मार्च 2025:उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 70 जिलों और महानगरों के अध्यक्षों की सूची जारी की है। इस सूची में 45 नए चेहरे और 25 पुराने जिलाध्यक्षों को शामिल किया गया है। बीजेपी का यह कदम आगामी चुनावों की रणनीति को मजबूत करने की दिशा में एक अहम पहल है।
बीजेपी की सोशल इंजीनियरिंग
बीजेपी ने अपने जिलाध्यक्षों की नियुक्ति में जातीय समीकरणों का ध्यान रखा है। पार्टी ने खासतौर पर सवर्ण जातियों, ओबीसी, और दलित वर्ग को तवज्जो दी है। 70 जिलाध्यक्षों में से 39 सवर्ण जातियों से हैं, जबकि 25 ओबीसी समुदाय से हैं। दलित समाज से सिर्फ छह जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं, जबकि महिला प्रतिनिधित्व में भी कमी देखी गई है, जहां सिर्फ पांच महिलाएं जिलाध्यक्ष बनीं हैं।
सवर्ण जातियों को प्रमुख भूमिका
बीजेपी ने ब्राह्मण, ठाकुर, कायस्थ और बनिया जातियों को जिलाध्यक्षों के रूप में प्रमुखता दी है। ब्राह्मणों को विशेष महत्व दिया गया है, जहां 20 ब्राह्मणों को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। ठाकुर जाति से 10 और बनिया से चार जिलाध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं। इस कदम से बीजेपी का उद्देश्य सवर्ण वोट बैंक को मजबूत करना है।
ओबीसी और दलित वर्ग की भागीदारी
बीजेपी ने ओबीसी वर्ग से 25 जिलाध्यक्षों को मौका दिया है, जिनमें कुर्मी, मौर्य, सैनी, लोधी, यादव जैसी प्रमुख जातियों के नेता शामिल हैं। हालांकि दलित समाज को अपेक्षाकृत कम प्रतिनिधित्व मिला है, जहां केवल छह दलित जिलाध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं।
महिला प्रतिनिधित्व
बीजेपी ने महिला सशक्तिकरण का दावा करते हुए पांच महिलाओं को जिलाध्यक्ष नियुक्त किया है, लेकिन इसकी संख्या पार्टी के पहले किए गए दावे से कम है।
बीजेपी की इस रणनीति से यह साफ संदेश मिलता है कि पार्टी जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए आगामी चुनावों के लिए अपनी ताकत बढ़ाने की कोशिश कर रही है।





