जांजगीर-चांपा: 78 लाख की लूट के दो महीने बाद भी आरोपी फरार

जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के खोखरा क्षेत्र में 14 जनवरी 2005 को हुई 78 लाख रुपए की लूट का मामला अब तक सुलझ नहीं पाया है। करीब 60 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी है। पुलिस ने बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए 30 हजार रुपए के इनाम की घोषणा की है।
कैसे हुई थी लूट?
यह घटना तब हुई जब शराब दुकानों की दैनिक बिक्री का कैश कलेक्शन करने वाली टीम खोखरा शराब दुकान पहुंची। शाम के लगभग पांच बजे मेन कलेक्शन एजेंट धीरज सिंह, ड्राइवर अमन सिंह और सिक्योरिटी गार्ड शैलेंद्र सिंह खोखरा शराब दुकान पर पहुंचे।
धीरज सिंह और अमन सिंह कैश लेने दुकान के अंदर गए, जबकि गार्ड शैलेंद्र सिंह गाड़ी के बाहर खड़ा था। तभी दो युवक वहां पहुंचे और गार्ड से गाड़ी खोलने की बात कहने लगे। इसी बीच अमन सिंह वापस आया और देखा कि दोनों युवक गार्ड से बहस कर रहे हैं।
जब गार्ड ने गाड़ी खोलने से मना कर दिया तो बदमाशों ने देसी कट्टे से उस पर फायर कर दिया, जिससे गार्ड के पैर में गोली लग गई। इसके बाद बदमाशों ने गाड़ी में रखी कैश की पेटी उठाई, उसे बैग में डाला और मोटरसाइकिल से फरार हो गए।
पुलिस की कार्यवाही और इनाम की घोषणा
घटना के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। लेकिन लगभग दो महीने बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिला है। इस मामले में आईजी बिलासपुर रेंज डॉ. संजीव शुक्ला ने कहा कि आरोपियों की जानकारी देने वाले को 30 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा। इससे पहले, जांजगीर-चांपा के पुलिस अधीक्षक ने भी 5 हजार रुपए के इनाम की घोषणा की थी।
विशेष टीम कर रही जांच
पुलिस ने इस लूट की घटना की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम का गठन किया है। यह टीम तकनीकी जांच और संदिग्धों से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने यह भी कहा है कि जानकारी देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी, ताकि लोगों को डरने की जरूरत न हो।
पुलिस के सामने चुनौती
इतने समय बाद भी आरोपियों का पकड़ा न जाना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। जनता में भी इस घटना को लेकर डर और गुस्सा है। अब देखना होगा कि पुलिस कब तक आरोपियों को पकड़ने में सफल होती है और यह लूट का मामला सुलझता है।