नशे से आजादी: बिलासपुर पुलिस का चेतना अभियान जारी, नशा छोड़ने वालों को दिलाई शपथ

बिलासपुर। जिले में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे चेतना अभियान के तहत बिलासपुर पुलिस लगातार सक्रिय है। इस अभियान के माध्यम से नशे की लत में फंसे लोगों को जागरूक किया जा रहा है और उन्हें नशे से दूर करने की कोशिश की जा रही है।
आओ सवेरे कल अपना: नशामुक्ति की पहल
बिलासपुर पुलिस की पहल “आओ सवेरे कल अपना” के तहत नशे की लत से जूझ रहे लोगों को मदद पहुंचाने का प्रयास जारी है। हाल ही में पुलिस ने ऐसे व्यक्तियों को जिला अस्पताल के ओएसटी सेंटर (Opioid Substitution Therapy Center) में इकट्ठा किया, जहां विशेषज्ञों की देखरेख में उनका इलाज शुरू किया गया। इन व्यक्तियों को दवाइयों के माध्यम से नशे की लत से छुटकारा दिलाने की प्रक्रिया में शामिल किया गया।
नशा छोड़ने की दिलाई शपथ
पुलिस की इस पहल के दौरान नशा छोड़ने वालों को न सिर्फ इलाज मुहैया कराया गया, बल्कि उन्हें भविष्य में नशे से दूर रहने की शपथ भी दिलाई गई। यह शपथ उन्हें यह विश्वास दिलाने के लिए दिलाई गई कि वे अपने जीवन में एक नई शुरुआत कर सकते हैं और नशे की बुरी आदत को हमेशा के लिए छोड़ सकते हैं।
होली के लिए विशेष समझाइश
होली का पर्व नजदीक है और ऐसे में पुलिस ने इन व्यक्तियों को त्योहार के दौरान संयमित और सुरक्षित रहने की सलाह दी। उन्हें समझाया गया कि होली की खुशियां नशे में डूबकर नहीं, बल्कि होश में रहकर मनाई जाएं। यह समझाइश विशेष रूप से उन लोगों के लिए थी जो पहले नशे की चपेट में थे और अब सुधार की राह पर हैं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का बयान
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अर्चना झा ने कहा, “हमारा उद्देश्य नशे की लत से जूझ रहे लोगों को सही मार्ग पर लाना और उन्हें नशे से पूरी तरह मुक्त करना है। पुलिस का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और हम समाज को नशामुक्त बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।”
समाज को नशामुक्त बनाने का संकल्प
बिलासपुर पुलिस की यह पहल समाज में जागरूकता फैलाने और नशे की गिरफ्त में फंसे लोगों को नई राह दिखाने का प्रयास है। पुलिस का यह संकल्प सिर्फ एक अभियान नहीं बल्कि एक जिम्मेदारी बन चुका है, जो नशे की लत से आजादी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।