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अयोध्या गैंग रेप कांड के आरोपियों का होगा DNA टेस्ट; मोईद खान का जेल में लिया जाएगा सैंपल

अयोध्या: रामनगरी अयोध्या के भादरसा गैंग रेप कांड के आरोपी मोईद खान का डीएनए टेस्ट कराए जाने की तैयारी शुरू हो गई है. अयोध्या की जेल में बंद मोईद खान का सैंपल लिया जाएगा, तो वहीं दूसरी तरफ मोईद खान का मोबाइल भी अभी तक बरामद नहीं हो सका है. पुलिस मोईद खान को रिमांड पर लेकर मोबाइल रिकवर करने की तैयारी कर रही है.

बता दें कि अयोध्या जनपद के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र के भदरसा में हुए 12 वर्षीय बच्ची के साथ गैंगरेप के मामले में अब दोनों पक्ष की जांच कराए जाने का मामला भी सामने आ रहा है. जांच अधिकारी बुधवार को लखनऊ के केजीएमयू मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे. अब उनके वापस आने के बाद पुलिस डीएनए टेस्ट के लिए सोमवार को कोर्ट में आवेदन कर सकती है.

अयोध्या सीओ आशुतोष तिवारी के मुताबिक सिर्फ मोईद खान ही नहीं बल्कि राजू का भी डीएनए टेस्ट कराने के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी जाएगी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केजीएमयू में पीड़िता का गर्भपात कराया गया था. इस प्रक्रिया में भ्रूण का डीएनए सैंपल भी लिया जा चुका है.

बता दें कि अयोध्या गैंग रेप मामले में योगी सरकार के बुलडोजर कार्रवाई से राजनीतिक सरगर्मियां भी बढ़ गई हैं. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस कार्रवाई पर पहले आरोपी की डीएनए जांच कराने की मांग उठाई थी. इसके बाद फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद सहित समाजवादी पार्टी के अन्य नेताओं ने भी इस मामले में डीएनए टेस्ट की मांग कर योगी सरकार पर निर्दोष के प्रति कार्रवाई करने का आरोप लगा रहे थे.

क्या होता है DNA: हर बच्‍चे का DNA उसके माता-पिता से बनता है. लेकिन, बच्‍चे और उसके माता-पिता का DNA एक जैसा नहीं होता. बल्कि कुछ हिस्‍सा मिलता हुआ हो सकता है. हर व्‍यक्ति का DNA एकदम अलग और यूनिक होता है. हर डीएनए टेस्ट से ये जाहिर हो जाता है कि आपका रिश्ता एक दूसरे से जुड़ा हुआ है या नहीं.

क्या है DNA: डीएनए का मतलब है डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक एसिड (Deoxyribo nucleic Acid). ये हमारे जींस या पूर्वजों या हमारे वंश के बारे में एकदम सटीक जानकारी देता है. हमारे शरीर में कई करोड़ सेल्‍स यानी कोशिकाएं होती हैं. रेड ब्‍लड सेल्‍स को छोड़कर बाकी सभी सेल्‍स में एक जेनेटिक कोडिंग होती है जो शरीर को बनाती है, ये ही डीएनए होता है.

कैसा होता है DNA: डीएनए सीढ़‍ी की तरह आपस में घूमे हुए होते हैं. अगर मानव शरीर में मौजूद डीएनए को सीधा किया जाए तो ये इतने लंबे होते हैं कि सूर्य तक पहुंचकर 300 बार वापस धरती पर आ सकते हैं.

क्यों कराया जाता है DNA टेस्ट: डीएनए परीक्षण एक चिकित्सा परीक्षण है जो ये तय करता है कि कोई व्यक्ति किसी विशेष बच्चे का पिता है या नहीं, या कोई बच्चा किसी तय परिवार से ताल्लुक रखता है या नहीं. हत्या या हादसों के मामलों में जब शव की पहचान करनी मुश्किल हो जाती है तो डीएनए के जरिए उसकी पहचान साबित होती है. ऐसे में पिता या परिजनों का डीएनए नमूना लेना होता है. रेप के केस में भी DNA टेस्ट किया जाता है.

DNA टेस्ट से कैसे पता चलता है कि माता-पिता कौन हैं: पितृत्व की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाता है. इसमें संभावित पिता और बच्चे के डीएनए नमूने लिए जाते हैं. क्योंकि एक बच्चे का पिता अपने बच्चे के डीएनए में योगदान देता है. परीक्षण दोनों के बीच जीन में मिलान की तलाश करता है. कुछ परीक्षण में मां के डीएनए का भी मिलान किया जाता है.

कैसे होता है डीएनए DNA टेस्ट: डीएनए टेस्ट खून, थूक, लार, दांत, बाल, हड्डियों, नाखून और पेशाब से किया जाता है. नमूने लेने के बाद डीएनए कोशिकाओं को अलग किया जाता है. फिर इसका अध्ययन किया जाता है. ये काम फोरेंसिक एक्सपर्ट करते हैं. दरअसल, दांत और हड्डी से DNA टेस्ट में बहुत समय लग जाता है. इसलिए आमतौर पर खून, बाल, या नाखून से जांच को प्राथमिकता दी जाती है.

कितने दिन में आती है DNA टेस्ट की रिपोर्ट: मौत के मामले में जब डीएनए टेस्ट किया जाता है तो उसकी रिपोर्ट आने में दो हफ्ते से कम का समय लगता है. वैसे आमतौर पर डीएनए टेस्ट की पूरी जांच में समय लगता है. पूरी जांच में 10 से 25 दिन तक लग जाते हैं.

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