विराट कोहली की 7 पसंदीदा किताबें जो उनकी सोच और सफलता का राज़ हैं..

विराट कोहली सिर्फ एक दिग्गज क्रिकेटर ही नहीं, बल्कि एक गंभीर पाठक भी हैं। क्रिकेट के मैदान में अपनी मेंटल स्ट्रेंथ और कॉन्फिडेंस से लाखों फैंस को प्रेरित करने वाले कोहली को किताबें पढ़ने का भी गहरा शौक है।
हाल ही में आईपीएल 2025 का खिताब जीतने के बाद कोहली एक बार फिर चर्चा में हैं
और अगर आप जानना चाहते हैं कि कोहली की सफलता के पीछे कौन-सी किताबें हैं, तो आइए डालते हैं एक नजर उन 7 किताबों पर जिन्हें विराट कोहली बार-बार पढ़ते हैं और दूसरों को भी पढ़ने की सलाह देते हैं:
‘ऑटोबॉयोग्राफी ऑफ योगी – परमहंस योगानंद
यह आध्यात्मिक क्लासिक किताब विराट कोहली की फेवरेट है। इसमें आत्म-ज्ञान, ध्यान और जीवन की सच्चाईयों पर गहराई से बात की गई है। कोहली खुद इस किताब का ज़िक्र कई इंटरव्यूज़ में कर चुके हैं।
‘इजियर सेड दैन डन – एलन विल्किंस
पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर एलन विल्किंस की इस किताब में लीडरशिप और संघर्ष से जुड़े किस्से हैं। विराट को इसमें बताई गई खेल भावना और नेतृत्व के मूल्यों से बेहद प्रेरित हैं।
डिटॉक्स योर इगो– स्टीवन सिलवेस्टर
यह किताब आपको सेल्फ-डाउट और ईगो को हैंडल करने की सीख देती है। कोहली का मानना है कि विनम्रता और आत्मचिंतन ही एक खिलाड़ी को बेहतर बनाते हैं, और ये किताब उसी की मिसाल है।
‘ओपन– आंद्रे अगासी
दुनिया के महान टेनिस खिलाड़ियों में से एक आंद्रे अगासी की यह आत्मकथा विराट कोहली को बेहद पसंद है। इस किताब में अगासी के जीवन के संघर्ष, गिरावट और वापसी की कहानी है — जो विराट को मानसिक मजबूती देती है।
द विनर्स माइंडसेट शेन वॉटसन
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर शेन वॉटसन द्वारा लिखी गई इस किताब में बताया गया है कि दबाव में परफॉर्म करना कैसे सीखा जा सकता है। विराट इसे हर युवा खिलाड़ी के लिए जरूरी पढ़ाई मानते हैं।
देयर इज समथिंग इन द एयर- लोरेंजो एंजेलोनी और मारिया वेरोनी
यह किताब बताती है कि आपकी एनर्जी, सोच और माइंडसेट आपकी लाइफ में क्या बदलाव ला सकते हैं। विराट कोहली खुद मानते हैं कि उनकी ज़िंदगी में एनर्जी का बड़ा रोल रहा है।
द सिक्रेट – रोंडा बायर्न
यह इंटरनेशनल बेस्टसेलर किताब पॉजिटिव थिंकिंग और लॉ ऑफ अट्रैक्शन पर आधारित है। विराट कोहली कई बार कह चुके हैं कि सोचने का तरीका बदलकर इंसान अपनी किस्मत बदल सकता है, और इस किताब ने उन्हें यही सिखाया।
क्यों पढ़ते हैं विराट इतनी किताबें?
विराट कोहली का मानना है कि मेंटल टफनेस और आत्म-विकास, केवल ट्रेनिंग से नहीं बल्कि ज्ञान और आत्मचिंतन से भी आता है। ये किताबें न केवल उन्हें मैदान में बेहतर बनाती हैं, बल्कि एक इंसान के रूप में भी उनका दृष्टिकोण बदलती हैं।





