‘भरोसा’ और ‘विश्वास’ बन गए यशस्वी जायसवाल की पहचान, टैटू से खुली जीवन की कहानी

लीड्स:भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच भारतीय टीम के लिए बेहद खास रहा है। पहले दिन ही भारतीय बल्लेबाजों ने दमदार प्रदर्शन किया, जिसमें सबसे बड़ी चमक यशस्वी जायसवाल के बल्ले से निकली। 159 गेंदों में 101 रन की उनकी शतकीय पारी ने न सिर्फ इंग्लिश गेंदबाजों को चौंका दिया बल्कि उनके शरीर पर बने टैटू ने उनके संघर्ष और आत्मविश्वास की कहानी भी दुनिया के सामने रख दी।
मैच के दौरान यशस्वी के दोनों हाथों पर बने टैटू मीडिया और क्रिकेट फैंस की नजर में आए। बाएं हाथ पर लिखा है “Believe – 16-10-2019” और दाएं हाथ पर “Trust – 7-5-2022″। इन दोनों तारीखों का उनके क्रिकेट करियर में खास महत्व है। 16 अक्टूबर 2019 को यशस्वी ने झारखंड के खिलाफ लिस्ट-ए मैच में 203 रन की ऐतिहासिक पारी खेली थी, जिससे उन्हें अपने अंदर भरोसा जगा कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफल हो सकते हैं। वहीं, 7 मई 2022 को उन्होंने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए पंजाब किंग्स के खिलाफ 68 रन बनाए और पहली बार प्लेयर ऑफ द मैच बने। इस प्रदर्शन ने उन्हें खुद पर गहरा विश्वास दिया।
एक इंटरव्यू में यशस्वी ने बताया कि इन दो शब्दों — ‘भरोसा’ और ‘विश्वास’ — ने उनके जीवन को दिशा दी है। उन्होंने बताया कि वे रणजी, आईपीएल, विजय हजारे और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में अपने डेब्यू की तारीखों को भी टैटू के रूप में शरीर पर अंकित करवा चुके हैं। उनका मानना है कि जब भी वह मुश्किल में होते हैं या खुद पर शक करते हैं, तो ये टैटू उन्हें याद दिलाते हैं कि वे किस रास्ते से यहां तक पहुंचे हैं।
इस पारी के बाद, न सिर्फ उन्होंने इंग्लैंड में पहला टेस्ट शतक जड़ा, बल्कि यह भी दिखा दिया कि मानसिक मजबूती और आत्मविश्वास उन्हें अलग बनाते हैं। यशस्वी की इस पारी और प्रेरणादायक सोच ने युवा क्रिकेटरों के लिए एक मिसाल कायम की है।





