ट्रंप का फिर दावा, व्यापार के ऑफ़र से हुआ सीजफ़ायर; भारत ने नकारा

दिल्ली। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर (संघर्ष विराम) में अमेरिका ने मदद की थी। यह उनका तीसरा ऐसा बयान है, जबकि भारत सरकार पहले ही इस दावे का खंडन कर चुकी है।
रियाद में यूएस-सऊदी निवेश फोरम में बोलते हुए ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों को व्यापार का प्रलोभन देकर तनाव कम करने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा – “आइए, कुछ व्यापार करें। अगर आप शांति बनाए रखते हैं, तो हम व्यापार करेंगे।” ट्रंप ने यह भी कहा कि वह भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ व्यापार करना चाहते हैं और इस सिलसिले में बात भी कर रहे हैं।
हालांकि, भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि संघर्ष विराम का समझौता भारत और पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों (DGMO) के बीच सीधे बातचीत से हुआ था। इसमें अमेरिका की कोई भूमिका नहीं थी और न ही व्यापार को लेकर कोई चर्चा हुई थी। ट्रंप इससे पहले भी 12 मई को ऐसा दावा कर चुके हैं।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत ने पाकिस्तान के आतंकी शिविरों पर हमला किया था। इसके बाद अमेरिका के कई वरिष्ठ नेताओं ने भारत से संपर्क किया था, लेकिन सभी बातचीत सिर्फ तनाव कम करने और संयम बरतने पर केंद्रित थीं। भारत ने दोहराया है कि भारत-पाक सीजफायर द्विपक्षीय और सीमित समझौता था।





