Story of child Irza Qureshi: 1 साल की बच्ची इरज़ा के नाम कई रिकॉर्ड, पासपोर्ट से लेकर 42 योजनाओं का ले रही लाभ, पढ़ें बच्ची की दिलचस्प कहानी………

Story of child Irza Qureshi: (बिलासपुर) : बिलासपुर के व्यापार विहार स्थित नगर निगम कॉलोनी की एक साल की बच्ची इरज़ा कुरैशी ने जागरूकता और उपलब्धियों की नई मिसाल कायम की है। इरज़ा के नाम न केवल राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई रिकॉर्ड दर्ज हैं, बल्कि वह शासन की तमाम योजनाओं का लाभ उठाने वाली एक वर्ष की सबसे जागरूक बच्ची बन गई है। जन्म प्रमाण पत्र से लेकर पासपोर्ट और 42 प्रकार के पहचान पत्रों तक, इरज़ा के नाम पर इतनी उपलब्धियां हैं कि उसने छत्तीसगढ़ का नाम विश्व पटल पर चमका दिया है।
यह सब कुछ परिवार की जागरूकता का परिणाम है, जिसने शासन की योजनाओं को सही ढंग से समझा और उनका लाभ लिया। इरज़ा कुरैशी, जिसे महज सात-आठ महीने की उम्र से ही शासन की योजनाओं का लाभ मिलना शुरू हो गया था, अब तक 42 अलग-अलग प्रकार के प्रमाणपत्रों की धारक बन चुकी है। सुकन्या समृद्धि योजना, आंगनबाड़ी योजना, आधार कार्ड, पैन कार्ड, और पासपोर्ट जैसे तमाम प्रमाणपत्रों के साथ इरज़ा ने न केवल जागरूकता की मिसाल पेश की है, बल्कि तीन विश्व रिकॉर्ड बुक्स में भी अपना नाम दर्ज कराया है।
एक मिनट में 102 बार जंपिंग कर पुराने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए उसने विश्व रिकॉर्ड में अपनी जगह बनाई। इरज़ा के परिवार ने न केवल योजनाओं का लाभ उठाया बल्कि इस छोटी सी उम्र में उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, और वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ इंडिया जैसे प्लेटफॉर्म्स पर उसका नाम दर्ज हो चुका है। इरज़ा के दादा-दादी का कहना है कि अगर हर नागरिक अपने अधिकार और योजनाओं के प्रति जागरूक हो, तो न केवल उनका जीवन आसान होगा बल्कि शासन की योजनाएं भी सफल होंगी। इरज़ा की इस उपलब्धि ने छत्तीसगढ़ को गर्व का क्षण दिया है।