रायपुर:सुचारू यातायात के लिए ई-रिक्शा और ऑटो की मॉनिटरिंग पर विचार-विमर्श

रायपुर: ई-रिक्शा और ऑटो के बढ़ते उपयोग से यातायात समस्याओं और उनके समाधान को लेकर आज परिवहन सचिव सह आयुक्त श्री एस.प्रकाश की अध्यक्षता में मंत्रालय में एक वर्चुअल बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, अंबिकापुर और जगदलपुर के जिला प्रशासन के अधिकारी शामिल हुए। बैठक में अपर परिवहन आयुक्त श्री डी. रविशंकर भी उपस्थित रहे।
बैठक में चर्चा हुई कि रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, अंबिकापुर और जगदलपुर में ई-रिक्शा और ऑटो की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जिससे यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है। वर्तमान में रायपुर में 13,374, बिलासपुर में 4,493, दुर्ग में 4,038, अंबिकापुर में 1,311 और जगदलपुर में 41 पंजीकृत ई-रिक्शा (गुड्स एवं पैसेंजर) हैं। इसी तरह, रायपुर में 20,306, बिलासपुर में 14,867, दुर्ग में 9,602, अंबिकापुर में 4,429 और जगदलपुर में 3,431 ऑटो पंजीकृत हैं। बिना उचित मॉनिटरिंग और रेगुलेशन के इन वाहनों की संख्या में हो रही वृद्धि यातायात को चुनौतीपूर्ण बना रही है।
रायपुर में जोनवार योजना लागू
बैठक में रायपुर जिला प्रशासन द्वारा तैयार की गई जोनवार योजना पर भी चर्चा हुई। रायपुर शहर को मुख्य रूप से पांच जोनों में विभाजित कर ई-रिक्शा और ऑटो के सुचारू संचालन के लिए योजना बनाई गई है, जिससे यातायात नियंत्रण और सुविधा में सुधार किया जा सके।
नियमों और अधिनियमों पर चर्चा
बैठक में केंद्र और राज्य स्तर पर ई-रिक्शा से जुड़े अधिनियमों और नियमों पर चर्चा की गई। साथ ही, राज्य शासन और जिला प्रशासन को प्रदत्त शक्तियों की भी समीक्षा की गई। अधिकारियों से उनके जिलों में ई-रिक्शा और ऑटो से उत्पन्न समस्याओं की जानकारी लेकर उनके समाधान पर विचार किया गया।
समाधान के लिए सुझाव मांगे गए
बैठक में तय किया गया कि ई-रिक्शा और ऑटो की बढ़ती संख्या और इससे उत्पन्न समस्याओं के समाधान हेतु कोई भी प्रस्ताव या सुझाव जिला सड़क सुरक्षा समिति अथवा जिला प्रशासन के माध्यम से राज्य सड़क सुरक्षा समिति या परिवहन विभाग को भेजा जाए। इससे यातायात प्रबंधन को सुचारू और प्रभावी बनाया जा सकेगा।