पाकिस्तानी आतंकी भट्टी के नेटवर्क से मिले ‘मेड इन चाइना’ हैंड ग्रेनेड, ISI सपोर्टेड टेरर मॉड्यूल की 6 गिरफ्तारी

दिल्ली। दिल्ली स्पेशल सेल ने रविवार को पाकिस्तान के ISI समर्थित आतंकी शहजाद भट्टी के भारत में सक्रिय टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए तीन युवकों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद अब इस नेटवर्क की कई राज्यों में फैली कड़ियां खुलने लगी हैं। इसी सिलसिले में मंगलवार रात गुरदासपुर पुलिस ने एक और आरोपी मोहन सिंह उर्फ मोना को पकड़ा, जो बठिंडा का रहने वाला है और गुरदासपुर थाने पर ग्रेनेड अटैक के मामले में वॉन्टेड था।
मोना की गिरफ्तारी इस मॉड्यूल की छठी गिरफ्तारी है। इससे पहले स्पेशल सेल ने दतिया निवासी विकास प्रजापति, पंजाब के हरगुनप्रीत सिंह और यूपी के बिजनौर निवासी आसिफ को पकड़ा था। सोमवार को गुरदासपुर पुलिस ने होशियारपुर के दो और आरोपी नवीन और कुश को गिरफ्तार किया। शुरुआती जांच में सामने आया है कि इन सभी को शहजाद भट्टी ने सोशल मीडिया और हवाला नेटवर्क के जरिए भर्ती किया था।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से ‘मेड इन चाइना’ हैंड ग्रेनेड मिले हैं। स्पेशल सेल की जांच बता रही है कि भट्टी हवाला, सुपारी किलिंग, हथियार तस्करी और इंस्टाग्राम रील्स के जरिए आतंक फैलाने के लिए कुख्यात है। वह विदेश में बैठे साथियों की मदद से वीडियो कॉल पर ही युवाओं को ग्रेनेड चलाने की ट्रेनिंग देता है। पकड़े गए तीनों युवकों की उम्र 19 से 21 वर्ष है और इन्हें 16–17 साल के किशोरों को जोड़ने का काम सौंपा गया था।
सूत्रों के अनुसार, भट्टी इंस्टाग्राम के जरिए भारत में नाबालिगों को भर्ती करना चाहता था। ड्रोन के जरिए चीन में बने हथियार और हैंड ग्रेनेड पंजाब सीमा के रास्ते भेजे जा रहे थे। डिलीवरी की पहचान गुप्त रखने के लिए फर्जी डिलीवरी ID का इस्तेमाल किया जा रहा था। दिल्ली और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम अब इस मॉड्यूल के बड़े नेटवर्क, हवाला चैनल और विदेशी कनेक्शन को खंगाल रही है।





