रायपुर: सड़क निर्माण में गड़बड़ी के आरोपी अधिकारियों को वापस बहाल किया गया

रायपुर नगर निगम के जोन 9 में सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार के मामले में निलंबित किए गए दो सब-इंजीनियरों को बिना जांच के ही फिर से उसी जोन में बहाल कर दिया गया है। सड्डू और दलदल सिवनी में बनाई गई सड़कों में गंभीर गड़बड़ी पाए जाने के बाद रूचि साहू और जयनंदन डहरिया को 19 फरवरी को निलंबित किया गया था। इसके बावजूद, इन्हें वापस उसी जोन में बहाल करने का आदेश जारी कर दिया गया है, लेकिन यह आदेश सार्वजनिक नहीं किया गया।
मीडिया में आए दस्तावेजों के अनुसार, इन अधिकारियों को जांच पूरी किए बिना ही दोबारा वही जिम्मेदारी दी गई है। इस फैसले ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वहीं, सड़क निर्माण की गुणवत्ता की जांच के लिए जिम्मेदार सहायक अभियंता ओपी वर्मा को भी बचा लिया गया है। उनके रिटायरमेंट के करीब होने का हवाला देकर उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
सड्डू और दलदल सिवनी में बनाई गई नई कांक्रीट सड़कें महज 20 दिनों में ही उखड़ गई थीं। इसके बाद नगर निगम ने गड़बड़ी की पुष्टि करते हुए दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया था। लेकिन निलंबित किए गए अधिकारियों को फिर से बहाल करने और सहायक अभियंता को बिना नोटिस छोड़े जाने से यह मामला और विवादित हो गया है।
आश्चर्यजनक रूप से, इन्हीं अधिकारियों को फिर से उन्हीं ठेकेदारों के साथ काम करने की अनुमति दी गई है। जबकि इन्हें किसी अन्य जोन में स्थानांतरित किया जा सकता था या मूल विभाग में भेजा जा सकता था। यह निर्णय नगर निगम की मंशा पर सवाल खड़े करता है।
मामले पर सहायक अभियंता ओपी वर्मा ने पहले दोषियों पर जल्द कार्रवाई की बात कही थी, लेकिन अब वह इस पर कोई टिप्पणी करने से बच रहे हैं। इस पूरे घटनाक्रम ने नगर निगम की जवाबदेही और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।