
Municipal body elections (बिलासपुर) : बिलासपुर कांग्रेस कमेटी ने नगर निगम चुनाव को लेकर भाजपा सरकार और जिला निर्वाचन अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा के इशारे पर जिला निर्वाचन अधिकारी सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में सभी वार्डों में ट्रैक्टर रैली आयोजित करने की योजना थी, लेकिन प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी।
कांग्रेस ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताया और आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में लोकसभा चुनाव के दौरान बुलडोजर रैली की अनुमति दी गई थी, लेकिन अब कांग्रेस की ट्रैक्टर रैली को रोकने की साजिश की जा रही है। कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आचार संहिता लागू होने के बावजूद भाजपा प्रत्याशी और नेताओं के पोस्टर सरकारी खंभों पर लगे हुए हैं। पार्टी ने प्रमाण के तौर पर 200 से अधिक खंभों की तस्वीरें प्रस्तुत कीं और जिला निर्वाचन अधिकारियों की निष्पक्षता पर सवाल उठाए।
कांग्रेस का कहना है कि भाजपा छल, बल और दबाव की राजनीति कर रही है, पार्षदों को धमकाया जा रहा है और चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश हो रही है। कांग्रेस ने ऐलान किया कि यदि बिलासपुर में उनकी पार्टी का महापौर बनता है, तो भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। साथ ही, उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि घोषणापत्र के वादों पर अमल नहीं हुआ, तो सड़क से सदन तक सरकार को घेरा जाएगा।