MAHAKUMBH: भगदड़ में 35-40 लोगों की मौत, यूपी सरकार पीड़ित परिवार को देगी 25-25 लाख; घटना की जांच के आदेश दिए

प्रयागराज। प्रयागराज महाकुंभ में संगम तट पर हुई भगदड़ में 35 से 40 लोगों की मौत होने का खुलासा उत्तर प्रदेश सरकार ने किया है। घटना के बाद यूपी सरकार सक्रिय हो गई और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रात को उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की।
इसके बाद अनुभवी अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई और IAS आशीष गोयल और भानु चंद्र गोस्वामी को प्रयागराज भेजने का आदेश दिया गया। हादसे के करीब 17 घंटे बाद, यूपी सरकार ने 30 लोगों की मौत की पुष्टि की और 60 लोग घायल बताए गए। सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की और न्यायिक जांच के आदेश भी दिए।
स्ननात के इंतजार के बीच भगदड
संगम तट पर भगदड़ उस समय मची जब लोग मौनी अमावस्या के स्नान के लिए इंतजार कर रहे थे। भगदड़ के बाद मेडिकल कॉलेज में 20 शव रखे गए थे। इस बीच, बुधवार सुबह भी महाकुंभ में भगदड़ मची, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई। घटना ओल्ड जीटी रोड पर हुई, जब एक गाड़ी से गिरने के बाद महिलाओं को रौंदते हुए गाड़ी निकल गई, जिससे भगदड़ की स्थिति बन गई।
NSG ने सम्हाला मोर्चा
NSG ने हालात काबू करने के लिए सुरक्षा मोर्चा संभाला और संगम के आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी। भगदड़ के बाद एंबुलेंस घायलों को अस्पताल लेकर जाती रही, और स्वरूप रानी अस्पताल में 14 शव लाए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी से फोन पर बात की और स्थिति की समीक्षा की। सीएम योगी ने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की और प्रशासन से सहयोग की अपील की।
भगदड़ का मामला मानवाधिकार आयोग में दर्ज
महाकुंभ में भगदड़ की जांच करने के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील डॉ. गजेंद्र सिंह यादव ने मामला राज्य मानवाधिकार आयोग में दर्ज कराया। वकील ने कहा- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अफवाह के चलते संगम नोज पर भगदड़ मची। कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गईं और लोग उन्हें कुचलते हुए निकल गए।
प्रयागराज के 8 एंट्री पॉइंट, भारी भीड़ की वजह से सभी बंद
प्रयागराज में बुधवार को 9 करोड़ से ज्यादा लोग पहुंचे। इसके बाद भी लगातार लोगों के आने का सिलसिला जारी है। भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने प्रयागराज में आने वाले 8 एंट्री पॉइंट को बंद कर दिया।