भारत ने नेपाल हिंसा पर जारी किया बयान, नागरिकों से बरतने को कहा एहतियात

काठमांडू। नेपाल की सड़कों से बीते दिनों हिंसक तस्वीरें सामने आईं, जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं ने सरकार और संसद के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान 19 लोगों की मौत हुई और कई लोग घायल हुए। नेपाल में सोशल मीडिया बैन के विरोध में शुरू हुए प्रदर्शन हिंसक रूप ले गए।
भारत सरकार ने इस हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय के माध्यम से नेपाल में मौजूद नागरिकों को एहतियात बरतने की सलाह दी है। मंत्रालय ने कहा कि नई दिल्ली हालात पर बारीकी से नजर बनाए हुए है और नेपाल में स्थिति पर लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि हिंसा के दौरान कई लोगों की जान चली गई, जिससे हमें गहरा दुख है। पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की गई हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की गई है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि नेपाल हमारा करीबी पड़ोसी और मित्र है और हम आशा करते हैं कि वहां स्थिति जल्द ही सामान्य होगी। सभी विवादों और असहमतियों को शांतिपूर्ण बातचीत के जरिए सुलझाना सर्वोत्तम रहेगा।
बयान में यह भी कहा गया कि नेपाल की राजधानी काठमांडू समेत कई शहरों में कर्फ्यू लागू है और भारतीय नागरिकों को स्थानीय गाइडलाइंस का पालन करते हुए सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
सोशल मीडिया पर बैन के खिलाफ नेपाल के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन जारी हैं। प्रदर्शनकारियों ने पहले संसद भवन पर भी हमला किया था। हिंसा के बाद नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया पर लगाया गया बैन हटा दिया। इसके बावजूद आज सुबह से प्रदर्शन फिर शुरू हो गए हैं।
विदेश मंत्रालय ने नेपाल में भारतीय नागरिकों से अपील की है कि वे भीड़ से दूर रहें और केवल अधिकृत मार्गदर्शन के अनुसार ही चलें। मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया कि भारत हर हाल में नेपाल के नागरिकों और भारतीय नागरिकों की सुरक्षा पर नजर बनाए हुए है।
नेपाल में जारी विरोध और हिंसा के बीच भारत ने शांतिपूर्ण समाधान और सुरक्षा पर जोर देते हुए देशवासियों को सतर्क रहने की हिदायत दी है।





