बिलासपुर में संभागीय सरस मेले का उद्घाटन, ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की पहल

बिलासपुर। उप मुख्यमंत्री एवं बिलासपुर जिले के प्रभारी मंत्री अरुण साव ने आज मुंगेली नाका मैदान में आयोजित संभागीय सरस मेले का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह मेला ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और स्थानीय उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने का एक शानदार माध्यम है। खासतौर पर स्व-सहायता समूहों (SHG) की महिलाओं के लिए यह एक बड़ा मंच है, जहां वे अपने उत्पादों को बेचकर आत्मनिर्भर बन सकती हैं।
55 स्व-सहायता समूहों की महिलाओं ने लगाए स्टॉल
सरस मेले में बिलासपुर संभाग के 55 स्व-सहायता समूहों की महिलाओं ने हिस्सा लिया है। मेले में कुल 52 स्टॉल लगाए गए हैं, जहां ग्रामीण महिलाएं अपने हस्तनिर्मित उत्पादों, खाद्य पदार्थों, हस्तशिल्प, बिजौरी, गुलाल और अन्य सामान बेच रही हैं। यह मेला 12 मार्च तक चलेगा।
उप मुख्यमंत्री ने किया स्टॉलों का निरीक्षण
मेले के उद्घाटन के बाद उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने सभी स्टॉलों का निरीक्षण किया और महिलाओं से बातचीत कर उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि इस तरह के मेले महिला सशक्तीकरण का उदाहरण हैं। उन्होंने बताया कि स्व-सहायता समूहों की महिलाएं अब आत्मनिर्भर बन रही हैं और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत कर रही हैं।
महिला सशक्तीकरण की योजनाओं का लाभ
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए कई योजनाएं चला रहे हैं, जिनमें महतारी वंदन योजना, उज्ज्वला योजना और लखपति दीदी योजना शामिल हैं। इन योजनाओं के जरिए महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं और गांवों में ‘लखपति दीदी’ बनने का सपना साकार कर रही हैं।
सामाज की तरक्की में महिलाओं की भागीदारी जरूरी
श्री साव ने कहा कि जब तक महिलाएं सशक्त और आत्मनिर्भर नहीं बनेंगी, तब तक समाज भी मजबूत नहीं हो सकता। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार का लक्ष्य है कि हर महिला आर्थिक रूप से सक्षम बने और देश के विकास में अपना योगदान दे।
सरस मेले में मौजूद अन्य गणमान्य लोग
इस मौके पर विधायक धरमलाल कौशिक, धरमजीत सिंह, दिलीप लहरिया, सुशांत शुक्ला, महापौर पूजा विधानी, जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी, कलेक्टर अवनीश शरण, एसपी रजनेश सिंह, नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार और जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल भी उपस्थित रहे।
बिलासपुर में आयोजित यह संभागीय सरस मेला ग्रामीण महिलाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है, जहां वे अपने हुनर का प्रदर्शन कर रही हैं। यह मेला न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बना रहा है, बल्कि समाज को आत्मनिर्भरता की ओर भी ले जा रहा है।