नौकरी के नाम पर 3.5 लाख की ठगी, दो साल बाद महिला गिरफ्तार

रायपुर: नौकरी दिलाने के नाम पर 3.5 लाख रुपये की ठगी करने वाली महिला को आखिरकार दो साल बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी महिला का नाम सविता प्रजापति है, जो लगातार ठिकाने बदलते हुए पुलिस से बच रही थी। रायपुर के सर्वोदय नगर, पचपेंडी नाका इलाके से उसे गिरफ्तार किया गया।
क्या है मामला?
यह घटना साल 2021-22 की है, जब सविता प्रजापति ने ममता लांझेकर नाम की महिला की बेटी को जल संसाधन विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। इसके बदले में उसने ममता से 3.5 लाख रुपये ऐंठ लिए। नौकरी नहीं मिलने पर जब ममता ने पैसे वापस मांगे, तो सविता ने बहाने बनाना शुरू कर दिया और फिर अचानक गायब हो गई।
पुलिस ने कैसे पकड़ा आरोपी को?
ममता लांझेकर ने 19 मई 2023 को सिटी कोतवाली थाने में सविता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। मामला धारा 420 के तहत दर्ज किया गया। पुलिस लगातार सविता की तलाश कर रही थी। जांच के दौरान पता चला कि वह बिलासपुर स्थित अपना पैतृक मकान बेचकर फरार हो गई थी।
मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने रायपुर के सर्वोदय नगर, पचपेंडी नाका में दबिश दी, जहां से सविता को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने अपने अपराध को कबूल कर लिया।
पुलिस ने सविता प्रजापति को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। इस घटना ने लोगों को एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि नौकरी दिलाने के नाम पर होने वाली ठगी से कैसे बचा जाए।
पुलिस ने आम जनता को सचेत करते हुए कहा है कि अनजान लोगों पर भरोसा करने से पहले पूरी जानकारी और जांच करना जरूरी है। ऐसी घटनाओं से सावधान रहें और किसी भी धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहें।