कृषि भूमि को ‘जंगल’ बताकर शासकीय घोषित करने पर किसान नाराज़,कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

बिलासपुर। तहसील रतनपुर के ग्राम घंसीपुर निवासी किसान योगेन्द्र कुमार शास्त्री ने अपनी कृषि भूमि को लेकर प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उनकी पुश्तैनी खेती की जमीन को ‘बड़े झाड़ का जंगल’ बताकर शासकीय भूमि घोषित कर दिया गया है। इस फैसले का उन्होंने विरोध किया और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए फिर से भूमि पर उनका नाम दर्ज करने की मांग की।
50 वर्षों से हो रही है खेती, राजस्व रिकॉर्ड में था नाम
योगेन्द्र कुमार का कहना है कि यह भूमि पिछले 50 वर्षों से उनके पूर्वजों के नाम पर दर्ज थी। उन्होंने इस पर ट्यूबवेल, फेंसिंग और खेती की व्यवस्था भी कर रखी है। साथ ही वर्ष 2024-25 में सरकार ने इसी जमीन से धान की खरीदी भी की है।
भूमि का एक हिस्सा नहर निर्माण के लिए हुआ था अधिग्रहित
कृषक ने बताया कि इसी जमीन का एक हिस्सा चांपी जलाशय की माइनर नहर के निर्माण के लिए विधिवत भू-अर्जन के तहत लिया गया था। पटवारी हल्का नंबर 03 से जानकारी मिलने पर उन्हें पता चला कि अब इस जमीन को राजस्व रिकॉर्ड से उनके नाम से हटा दिया गया है। किसान ने इसे अन्यायपूर्ण करार देते हुए कलेक्टर से न्याय की मांग की है।





