एसईसीएल मुख्यालय के सामने माटी अधिकार मंच द्वारा धरना प्रदर्शन

माटी अधिकार मंच ने मंगलवार को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एसईसीएल मुख्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन विशेष रूप से रोजगार, मुआवजा, पुनर्वास और भू स्थापितों के अधिकारों को लेकर था। मंच का कहना है कि पिछले 45 वर्षों से इन भू स्थापितों के लिए रोजगार की कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जबकि उनके द्वारा कई बार आवेदन किए गए थे।
भू स्थापितों का आरोप है कि उन्होंने पिछले 45 वर्षों के दौरान कई बार नौकरी के लिए आवेदन किया, लेकिन उन्हें नकारा कर दिया गया। जब उन्होंने अपने बच्चों को नौकरी के लिए आवेदन करने का अवसर दिया, तो उन्हें अपात्र घोषित कर दिया गया। इसके बाद, भू स्थापितों ने कोर्ट की शरण ली, जहां कोर्ट ने उनकी मांगों को जायज करार दिया और कुछ को नौकरी मिल गई। हालांकि, बाकी भू स्थापितों के साथ एसईसीएल का वही रवैया जारी है, और उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है।
इन भू स्थापितों का कहना है कि उन्हें पुनर्वास नीति के तहत उचित मुआवजा और रोजगार मिलना चाहिए, ताकि उनके परिवारों को जीवन यापन में मदद मिल सके और उनके सामने चल रहे संकट का समाधान हो सके।
एसईसीएल प्रबंधन का पक्ष
एसईसीएल प्रबंधन ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि नियमों के तहत सभी भू स्थापितों को नौकरी और पुनर्वास नीति के तहत मुआवजा दिया जा रहा है। प्रबंधन ने यह भी बताया कि आंदोलनकारियों की जो भी मांगें हैं, उन्हें एरिया स्तर पर हल किया जा सकता है, और उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
इस प्रदर्शन ने भू स्थापितों की समस्याओं और उनके अधिकारों को प्रमुखता से उठाया है, और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इन मुद्दों का समाधान निकलेगा।