भिलाई: पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे को नहीं मिला ED का नोटिस, बोले – ‘मीडिया हाइप बना रही है’

भिलाई। छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी को लेकर नया मोड़ सामने आया है। 10 मार्च को ED की टीम ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उनके बेटे चैतन्य बघेल और कांग्रेस के कई अन्य नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान शहर के कई कारोबारियों के घरों और ऑफिसों पर भी जांच की गई।
चैतन्य बघेल को ED का नोटिस नहीं – भूपेश बघेल का दावा
खबरें थीं कि भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को ED ने 15 मार्च को पूछताछ के लिए तलब किया है। कहा जा रहा था कि चैतन्य को आज ED के सामने पेश होना पड़ेगा। लेकिन भूपेश बघेल ने इन सभी खबरों को गलत बताया है। उन्होंने साफ कहा कि चैतन्य को ED से कोई नोटिस नहीं मिला है।
मीडिया से बातचीत में भूपेश बघेल ने कहा, “अगर चैतन्य को नोटिस मिला होता, तो वह जरूर जाता। लेकिन ED सिर्फ मीडिया में हाइप क्रिएट करने का काम कर रही है। असल में कोई नोटिस नहीं मिला है।”
छापेमारी और कैश मिलने का दावा
10 मार्च को हुई छापेमारी में भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल के ठिकानों के साथ-साथ कुल 14 जगहों पर छापे मारे गए थे। इस कार्रवाई के बाद यह दावा किया गया था कि भूपेश बघेल के आवास से भारी मात्रा में नकदी बरामद की गई है।
खबरों के अनुसार, ED ने नोटों की गिनती के लिए दो कैश गिनने वाली मशीनें भी मंगवाई थीं। हालांकि, भूपेश बघेल ने मीडिया से कहा कि उनके घर से केवल 33 लाख रुपये ही मिले थे, जो पहले ही घोषित किए जा चुके थे।
आगे की कार्रवाई पर सबकी नज़रें
यह मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। ED की अगली कार्रवाई क्या होगी और चैतन्य बघेल को नोटिस भेजा जाएगा या नहीं, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। वहीं, भूपेश बघेल ने साफ किया है कि वे और उनका परिवार कानूनी प्रक्रिया का सामना करने के लिए तैयार हैं।