
रायपुर। बलौदाबाजार हिंसा मामले में जेल में बंद कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है। रिमांड अवधि पूरी होने पर आज देवेंद्र यादव को कोर्ट में पेश किया गया। जहां सुनवाई के बाद कोर्ट ने विधायक देवेंद्र को 14 दिनों के लिए न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
कोर्ट के फैसले के बाद देवेंद्र यादव ने कहा कि “संविधान और कानून पर भरोसा है। कोर्ट से जरूर न्याय मिलेगा.” वहीं प्रेमप्रकाश पाण्डेय की याचिका पर कहा कि “मैं जेल में हूं बहुत सी जानकारी नहीं मिल पाती मेरे वकील केस देख रहें हैं। मुझे संविधान पर भरोसा है न्याय मिलेगा.” 15 और 16 मई की दरमियानी रात कुछ असामाजिक तत्वों ने गिरौधपुरी धाम में सतनामी समाज के धार्मिक स्थल के पूज्य जैतखाम में तोड़फोड़ की थी। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस की इस कार्रवाई से समाज के लोग असंतुष्ट थे और न्यायिक जांच की मांग कर रहे थे। इस बीच गृहमंत्री विजय शर्मा ने न्यायिक जांच की घोषणा की। वहीं जैतखाम में तोड़फोड़ के विरोध में हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास एकत्र हुए और जमकर हंगामा किया। जहां प्रदर्शन हिंसक हो गया। जिसके बाद उपद्रवियों ने तांडव मचाते हुए कलेक्टर और एसपी कार्यालय को आग के हवाले कर दिया। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने विधायक देवेंद्र यादव को आरोपी बनाया था।
विधायक देवेंद्र यादव पर आरोप है कि उन्होंने बलौदाबाजार में भीड़ को हिंसा के लिए उकसाया। उन्हें 17 अगस्त 2024 को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद से उनकी न्यायिक रिमांड लगातार बढ़ाई गई और वे वर्तमान में रायपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं।