“OYO से इन शहरों में हुई सबसे ज्यादा बुकिंग, रिपोर्ट में हुआ खुलासा”
कोविड-19 के बाद से देश में रिलिजियस टूरिज्म तेजी से बढ़ा है, इसका सीधा फायदा होटल बुक करने वाले एग्रीग्रेटर OYO को मिला है. हाल ही में एक रिपोर्ट से पता चला है कि OYO के जरिए सबसे ज्यादा होटल वाराणसी और हरिद्वार में बुक किए गए हैं.
इसके साथ ही OYO की मदद से हैदराबाद, बेंगलुरु, दिल्ली और कोलकाता जैसे शहरों में बुकिंग अच्छी खासी की गई है. वहीं पटना, राजमुंदरी और हुबली जैसे छोटे शहरों के लिए बुकिंग में सालाना आधार पर 48 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की गई है.
इन शहरों में हुई सबसे ज्यादा बुकिंग
इस साल (2024) पुरी, वाराणसी और हरिद्वार सबसे अधिक यात्रा किए जाने वाले आध्यात्मिक गंतव्य रहे हैं जबकि हैदराबाद के लिए सबसे अधिक बुकिंग दर्ज की गई है. ओयो की मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.
यात्रा प्रौद्योगिकी मंच ओयो की ट्रैवलपीडिया-2024 रिपोर्ट में यात्रा के तौर-तरीकों और रुझानों पर गहराई से चर्चा की गई है. इसके निष्कर्ष पूरे साल में ओयो के मंच पर बुकिंग से संबंधित आंकड़ों पर आधारित हैं.
रिपोर्ट कहती है कि भारत में इस साल धार्मिक पर्यटन पर विशेष जोर रहा जिसमें पुरी, वाराणसी और हरिद्वार शहरों के लिए सर्वाधिक बुकिंग दर्ज की गई. इनके अलावा देवघर, पलानी और गोवर्धन में भी पर्याप्त वृद्धि देखी गई.
IT हब में भी हुई जमकर होटल की बुकिंग
ओयो की रिपोर्ट के मुताबिक, हैदराबाद, बेंगलुरु, दिल्ली और कोलकाता जैसे शहर बुकिंग के मामले में शीर्ष स्थान पर रहे जबकि उत्तर प्रदेश ने यात्रा के लिए सबसे लोकप्रिय राज्य के रूप में अपना स्थान बनाए रखा. महाराष्ट्र, तेलंगाना और कर्नाटक यात्रा परिदृश्य में प्रमुख योगदानकर्ता बने हुए हैं. पटना, राजमुंदरी और हुबली जैसे छोटे शहरों के लिए बुकिंग में सालाना आधार पर 48 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की गई है.
जयपुर, गोवा बने पसंदीदा डेस्टिनेशन
ओयो ने कहा, इस साल छुट्टियों के दौरान यात्रा गतिविधियों में भी उछाल देखा गया. जयपुर पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र बना रहा जिसके बाद गोवा, पुदुचेरी और मैसूर जैसे सदाबहार पसंदीदा स्थान हैं. हालांकि, मुंबई में बुकिंग में गिरावट देखी गई.
ओयो के वैश्विक मुख्य सेवा अधिकारी श्रीरंग गोडबोले ने कहा, 2024 वैश्विक यात्रा परिदृश्य में बदलाव का साल रहा है. हमने देखा है कि यात्री व्यवसाय या अवकाश के लिए किस तरह लचीलेपन और अनुकूलनशीलता को अपना रहे हैं.