डोंगरगढ़। छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध तीर्थस्थल मां बमलेश्वरी धाम, डोंगरगढ़ में क्वांर नवरात्र मेला के दौरान व्यापारियों को दुकान आवंटन में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया था। जांच में नगर पालिका के सीएमओ की संलिप्तता पाई गई है। लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं होने से जिला प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
डोंगरगढ़ स्थित मां बमलेश्वरी मंदिर में नवरात्र के दौरान लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इस अवसर पर डोंगरगढ़ में वार्षिक मेले का आयोजन होता है, जिसमें छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों के व्यापारी अपनी दुकानें लगाते हैं। लेकिन, पिछले नवरात्र में इन दुकानों के किराए और बिजली शुल्क के नाम पर भारी गड़बड़ी का मामला सामने आया था। जांच के बाद एसडीएम डोंगरगढ़ के समक्ष प्रस्तुत रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ कि नगर पालिका के सीएमओ ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए दुकान आवंटन प्रक्रिया में हेरफेर किया, जिसमें वित्तीय अनियमितताओं की पुष्टि हुई। मामले में एसडीएम मनोज मरकाम ने कहा कि जांच में अनियमितता पाई गई थी, जिसकी रिपोर्ट कलेक्टर को भेजी जा चुकी है।