छत्तीसगढ
ट्रैफिक सिग्नल का मानेंगे कहना, तो मिलेगा जीवन का गहना…
बिलासपुर। शासकीय ई. राघवेंद्र राव स्नातकोत्तर विज्ञान महाविद्यालय की ओर से उरतुम में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के पांचवें दिन यातायात और साइबर सुरक्षा पर विशेष सत्र का आयोजन हुआ।
हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग जरूरी
इस सत्र में एसआइ यातायात उमाशंकर पांडेय ने विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया।उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग जरूरी है। गति सीमा का पालन करना होगा और ट्रैफिक सिग्नल का सम्मान करते हुए कहना मानेंगे तो जीवन का उपहार मिलेगा। वहीं वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग घातक साबित हो सकता है।
यातायात नियमों का पालन हर नागरिक की जिम्मेदारी
एसआइ पांडेय ने आगे कहा कि यातायात नियमों का पालन हर नागरिक की जिम्मेदारी है। यह न केवल उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करता है बल्कि समाज के लिए भी महत्वपूर्ण है। इस विशेष सत्र में विद्यार्थियों को यातायात और साइबर सुरक्षा के बारे में आवश्यक जानकारी प्रदान की गई। ऐसे जागरूकता कार्यक्रम विद्यार्थियों में सुरक्षा और जिम्मेदारी की भावना को विकसित करते हैं, जिससे कि वे एक सतर्क और जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाने में सक्षम बन सकें।
साइबर सुरक्षा की मिली जानकारी
साइबर क्राइम विशेषज्ञ प्रभाकर तिवारी ने साइबर अपराधों के बढ़ते खतरों पर चर्चा की। उन्होंने विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा के उपायों से अवगत कराया, जैसे मजबूत पासवर्ड का उपयोग, अनजान लिंक पर क्लिक न करना, निजी जानकारी को सुरक्षित रखना और इंटरनेट मीडिया का सावधानीपूर्वक उपयोग। तिवारी ने बताया कि साइबर अपराधों से बचने के लिए हमें सतर्क रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देनी चाहिए। इस तरह के उपायों से विद्यार्थी साइबर अपराधों से सुरक्षित रह सकते हैं।