बिजली विभाग की लापरवाही से खतरे में ग्रामीणों की जान, अधिकारी दे रहे गैर-जिम्मेदाराना जवाब

ग्राम पंचायत बैमा के दैहान पारा वार्ड क्रमांक 17 में लगा ट्रांसफार्मर कभी भी किसी बड़े हादसे को न्योता दे सकता है। इसकी जर्जर स्थिति देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह किसी के लिए जानलेवा साबित हो सकता है।
यह ट्रांसफार्मर पूरे गांव की बिजली आपूर्ति का प्रमुख स्रोत है, लेकिन इसके चारों ओर के केबल जल चुके हैं, और वहां कोई ग्रिप बॉक्स तक नहीं लगाया गया है। इसके कारण ग्रामीणों, खासकर बच्चों और पशुओं के लिए यह एक गंभीर खतरा बन चुका है।
इतना ही नहीं, इस ट्रांसफार्मर से न केवल गांव में बिजली आपूर्ति हो रही है, बल्कि 10 बोरवेल भी इससे चल रहे हैं, जिससे लगातार शॉर्ट सर्किट की घटनाएं हो रही हैं।
इसके अलावा, बिजली आपूर्ति की समस्या भी लगातार बनी हुई है। मैनटेनेंस के नाम पर ग्रामीणों को घंटों अंधेरे में रखा जा रहा है। बिजली विभाग द्वारा आधी रात को उपभोक्ताओं को मैनटेनेंस के मैसेज भेजे जाते हैं, लेकिन सवाल यह उठता है कि जब दिन में शिकायत करने पर कोई सुनवाई नहीं होती, तो आधी रात को कौन सा लाइनमैन बिजली सुधार रहा होता है?
ग्रामीणों की शिकायतें अधिकारियों तक पहुंच रही हैं, लेकिन जवाबदेही का सवाल अभी भी कायम है। क्या कभी यह गंभीर समस्या हल होगी, या बिजली विभाग की लापरवाही से कोई बड़ा हादसा हो जाएगा