छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ताइक्वांडो प्रशिक्षण जारी

बिलासपुर। बढ़ते अपराधों और असुरक्षित माहौल के बीच बिलासपुर में छात्राओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए ताइक्वांडो, कराटे, किक बॉक्सिंग और सेल्फ-डिफेंस का विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण मार्शल आर्ट्स ट्रेनिंग सेंटर में अनुभवी प्रशिक्षक सुबोध यादव द्वारा संचालित किया जा रहा है, जो पिछले 20 वर्षों से बच्चों और युवाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखा रहे हैं।
सुबोध यादव का कहना है कि आजकल की परिस्थितियों को देखते हुए लड़कियों का आत्मरक्षा के गुर सीखना बहुत जरूरी हो गया है। उनकी यह कोशिश है कि छात्राएं न केवल आत्मरक्षा करना सीखें, बल्कि आत्मविश्वास से भी भरपूर रहें। यही कारण है कि उनके सेंटर में हर दिन लड़कियों की संख्या बढ़ती जा रही है।
प्रशिक्षण का समय और तरीका
मार्शल आर्ट्स ट्रेनिंग सेंटर में रोजाना शाम 4:00 से 5:00 बजे तक विशेष रूप से छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जाता है। वहीं, शाम 5:00 से 7:00 बजे तक सामुदायिक भवन, शांति नगर में 3 वर्ष से ऊपर के सभी बच्चों को ताइक्वांडो सिखाया जाता है। इस सेंटर में आने वाली लड़कियां अपने आत्मरक्षा के कौशल को निखार रही हैं और इसे सीखकर खुद को सुरक्षित महसूस कर रही हैं।
आत्मविश्वास में इजाफा
यह प्रशिक्षण न केवल आत्मरक्षा का कौशल विकसित कर रहा है, बल्कि लड़कियों के आत्मविश्वास को भी बढ़ा रहा है। कई लड़कियों का कहना है कि वे पहले खुद को असुरक्षित महसूस करती थीं, लेकिन अब वे किसी भी मुश्किल परिस्थिति का सामना करने के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार हैं।
विद्यालयों का सहयोग
कई विद्यालय प्रबंधन भी इस पहल में सहयोग कर रहे हैं और अपने विद्यालय की छात्राओं को इस प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। प्रशिक्षक सुबोध यादव का मानना है कि यदि सभी लड़कियां आत्मरक्षा के गुर सीख लें, तो वे खुद को हर परिस्थिति में सुरक्षित रख सकेंगी।
भविष्य की योजनाएं
प्रशिक्षक सुबोध यादव का उद्देश्य है कि आने वाले समय में और भी अधिक छात्राओं को इस प्रशिक्षण से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाए। उनका कहना है कि यह पहल न केवल सुरक्षा के दृष्टिकोण से बल्कि मानसिक और शारीरिक विकास के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है।
यह प्रशिक्षण न केवल लड़कियों को सुरक्षा प्रदान कर रहा है, बल्कि उनके अंदर आत्मविश्वास और साहस भी पैदा कर रहा है।