पहलगाम हमले के बाद भारत के एक्शन से खौफ में पाकिस्तान, चीन से मांगा समर्थन

बीजिंग। भारत द्वारा सिंधु नदी समझौता सस्पेंड करने के बाद पाकिस्तान में घबराहट का माहौल है। पाकिस्तान के अधिकारियों ने मदद के लिए दूसरे देशों का रुख किया है, जिनमें चीन, सऊदी अरब और ब्रिटेन शामिल हैं।
इस बीच, चीन ने पाकिस्तान को एक अहम समर्थन दिया है। चीन ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले की निष्पक्ष और तेज जांच का एलान किया है। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। चीन ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार से टेलीफोन पर बातचीत की और पाकिस्तान के सुरक्षा हितों की रक्षा करने में अपना समर्थन व्यक्त किया।
चीन ने पाकिस्तान को समर्थन दिया
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि चीन पाकिस्तान की वैध सुरक्षा चिंताओं को पूरी तरह से समझता है और उसकी संप्रभुता और सुरक्षा हितों की रक्षा में उसका समर्थन करेगा। उन्होंने कहा, “चीन एक तुरंत और निष्पक्ष जांच की वकालत करता है और मानता है कि संघर्ष भारत और पाकिस्तान के हितों को नुकसान पहुंचाता है।”
पाकिस्तान को मिली सहायता
यह बयान पाकिस्तान के लिए महत्वपूर्ण है, खासकर तब जब पाकिस्तान ने पहलगाम हमले की स्वतंत्र जांच की मांग की थी। चीन का यह समर्थन पाकिस्तान के लिए एक कूटनीतिक सफलता मानी जा रही है। वहीं, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस मामले में हस्तक्षेप का इरादा नहीं जताया था। इस तनावपूर्ण स्थिति के बीच, पाकिस्तान को चीन का समर्थन मिलना भारत-पाकिस्तान संबंधों पर एक नया मोड़ डाल सकता है।





