OD-Phenotype: 8 बार की प्रेगनेंसी, फिर भी जीवित नहीं रहा एक भी बच्चा, जापान से आये रेयर ब्लड से मिली सफलता
दिल्ली में एक महिला 8 बार प्रेगनेंट हुई लेकिन हर बार उसका बच्चा जीवित नहीं बचा। वजह थी मां और बच्चे के बल्ड ग्रुप का न मिलना। दिल्ली के डॉक्टरों ने इसके बाद जापान संपर्क किया जहां से आए दो यूनिट ब्लड ने चमत्कार कर दिया।OD-Phenotype
एक महिला 8 बार गर्भवती हुई, लेकिन हर बार भ्रूण की पेट में ही एनीमिया की वजह से मौत हो रही थी। मां और बच्चे का ब्लड ग्रुप मैच नहीं हो रहा था, जिसकी वजह से भ्रूण एनीमिया का शिकार होकर मर जाता था। बच्चे का ब्लड ग्रुप ओडी फेनोटाइप (OD-Phenotype) था, जो बहुत ही रेयर है। 9वीं बार एम्स में इलाज हुआ और यहां के डॉक्टरों ने दुनिया भर के सभी प्रमुख देशों में इस रेयर ब्लड ग्रुप की तलाश की। आखिरकार जापान वाले तैयार हुए। डोनर फ्री में ब्लड देने को तैयार थे, लेकिन ब्लड को देश में लाने के लिए जो खर्च था, वह मरीज का परिवार उठा पाने में सक्षम नहीं था। एक एनजीओ की मदद से एम्स ने इस समस्या का हल निकाला। इस पर लगभग छह से साढ़े लाख रुपये खर्च हुए और दो यूनिट ब्लड लाने में सफल हुए तब बच्चे की जान बच पाईlOD-Phenotype