Mumbai Attack: 26/11 के हमलो में शामिल ताहव्वुर राणा लाया जाएगा भारत

वॉशिंगटन। मुंबई हमले में मरे देशवासियों के परिजनों के लिए राहत भरी खबर है। मुंबई हमले में शामिल पाकिस्तान मूल के व्यवसायी ताहव्वुर हुसैन राणा को अमेरिका से भारत लाया जाएगा। राणा ने अपने वकील के माध्यम से अमेरिका के कोर्ट में भारत ना भेजने की अपील की थी। अमेरिका की कोर्ट ने राणा की इस अपील को खारिज कर दिया है।
आपको बता दे, कि हमले में शामिल राणा के सहयोगी डेविड हेडली ने राणा के खिलाफ कोर्ट में गवाही दी, जिसके बाद उसकी अपील को खारिज कर दिया गया है। डेविड हेडली भी हमले में शामिल था, लेकिन वो गवाह बन गया है। 21 जनवरी को, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने राणा की ओर से दायर की गई याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने अपने प्रत्यर्पण को रोकने की मांग की थी। इस याचिका को नवंबर 2024 में एक निचली अदालत के आदेश के खिलाफ दायर किया गया था, जिसने राणा के भारत प्रत्यर्पण के पक्ष में फैसला दिया था। आपको बता दे कि मुंबई हमले में 164 लोग मारे गए थे।
भारत प्रत्यर्पण का रास्ता साफ
इस फैसले के बाद, राणा का भारत को प्रत्यर्पण होने का मार्ग साफ हो गया है। राणा को पहले अमेरिका के नॉर्दर्न डिस्ट्रीकट ऑफ इलिनॉयस में सजा सुनाई गई थी। उन पर डेनमार्क में आतंकवाद को समर्थन देने और लश्कर-ए-तैयबा को समर्थन देने का आरोप था। भारत ने राणा के खिलाफ विभिन्न अपराधों के लिए आरोप लगाए हैं, जिनमें युद्ध छेड़ने, हत्या करने और आतंकवादी कृत्य करने के आरोप शामिल हैं। राणा का प्रत्यर्पण अब तय होने के करीब है।
राणा ने प्रत्यर्पण का विरोध किया था, लेकिन मई 2023 में, एक अमेरिकी जज ने उनकी दलीलों को खारिज कर दिया और कहा कि वह प्रत्यर्पण के योग्य हैं। अब सुप्रीम कोर्ट ने उनके विरोध की याचिका भी खारिज कर दी है। इस फैसले के बाद राणा को भारत में 26/11 हमलों के लिए मुकदमा का सामना करना होगा।