IMRAN KHAN की पार्टी पर सरकार के मंत्री का हमला, बोले उन्होने जल्दबाजी और गलत इरादे से लिया निर्णय

लाहौर। पाकिस्तान के सूचना मंत्री अत्ताउल्लाह तारार ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) द्वारा सरकार के साथ बातचीत को रद्द करने के फैसले पर कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि सरकार एक “मध्य मार्ग” पर विचार कर रही थी और एक न्यायिक आयोग के बजाय समिति बनाने का प्रस्ताव दिया था।
तारार ने निजी समाचार चैनल पर कहा, “यह जरूरी नहीं था कि एक आयोग गठित किया जाए… हम आगे बढ़ने के लिए एक मध्य मार्ग पर विचार कर रहे थे।” उन्होंने इमरान खान की पार्टी पर “दुष्ट इरादे” से काम करने और “जल्दबाजी में निर्णय” लेने का आरोप लगाया।
उन्होंने यह भी कहा, “हमारा जवाब PTI की मांगों को लेकर आना था,” और यह कि इस मुद्दे पर “विस्तृत चर्चाएँ” की गई थीं। PTI के फैसले की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, “उन्हें यह साबित करने के लिए एक वैध बहाना ढूंढना चाहिए था कि उन्हें शिकार बनाया गया है। अब यह उन पर निर्भर है।”
यह बयान उस समय आया जब PTI के संस्थापक इमरान खान ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) सरकार से न्यायिक आयोग गठित करने में विफल रहने के कारण बातचीत रद्द कर दी थी। PTI के अध्यक्ष गोहर अली खान ने कहा कि इमरान खान ने सरकार की निष्क्रियता से निराश होकर यह निर्णय लिया। यह बातचीत दिसंबर से चल रही थी और अब तक तीन दौर की वार्ता हो चुकी है। PTI ने 9 मई 2023 के दंगों और 26 नवंबर 2024 को इमरान खान के समर्थकों पर कार्रवाई की जांच के लिए दो न्यायिक आयोग बनाने की मांग की थी। PTI ने “राजनीतिक कैदियों” की रिहाई की भी मांग की है।