पिछले महीने हाथरस में सत्संग के दौरान हुए भगदड़ कांड में मौतों का मामला मंगलवार को राज्यसभा में गूंजा। सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने कहा प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद भी मृतक आश्रितों को आर्थिक सहायता नहीं मिली। 2-2 लाख रुपये की मदद ऊंट के मुंह में जीरा है। उन्होंने यह भी कहा कि कई लाशों का पोस्टमार्टम तक नहीं हुआ।
राज्यसभा सदस्य रामजी लाल सुमन ने कहा कि भगदड़ में 123 श्रद्धालुओं की जान गई। सरकारी आंकड़ों में जिसे कम बताया गया। राज्य सरकार से जो सहायता मिली वह भी आंशिक थी। मरने वाले अधिकतर निर्धन लोग थे। उन्होंने कहा भोले बाबा के सत्संग के बाद जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया, उनकी गिरफ्तारी झूठी और मनगढ़ंत है। इसकी समीक्षा होनी चाहिए। साथ ही इन लोगों को तुरंत रिहा किया जाए। कहा जब, सरकार की एसआईटी जांच में हादसे के लिए एसडीएम, पुलिस उपाधीक्षक सहित तमाम लोगों को दोषी माना गया तो फिर सत्संग में उपस्थित लोगों की गिरफ्तारी क्यों की गई?