DRMC:दिल्ली मेट्रो की गोल्डन लाइन,25KM लंबा रूट, 15 स्टेशन और पूरा हुआ सुरंग निर्माण

DRMC:दिल्ली मेट्रो की 10वीं लाइन, यानी गोल्डन लाइन, पर अंडरग्राउंड सुरंग निर्माण का कार्य पूरा हो गया है। यह लाइन तुगलकाबाद से एयरोसिटी तक 26 किलोमीटर लंबी होगी और इसमें कुल 15 स्टेशन होंगे। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस परियोजना की प्रगति पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इससे दिल्ली और गुरुग्राम के यात्रियों को बड़ी सुविधा मिलेगी।
महत्वपूर्ण उपलब्धि: सुरंग निर्माण पूरा
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने बुधवार को इस परियोजना में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की। फेज 4 के विस्तार के तहत वसंत कुंज स्टेशन पर अंडरग्राउंड सुरंग निर्माण का कार्य सफलतापूर्वक पूरा किया गया। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस अवसर पर आयोजित शिलान्यास समारोह में भाग लिया और परियोजना से जुड़े सभी अधिकारियों का आभार जताया।
गोल्डन लाइन से होगा सफर आसान
मेट्रो की यह नई लाइन दिल्ली के दक्षिणी और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ने का काम करेगी। छतरपुर मेट्रो स्टेशन पर इंटरचेंज की सुविधा होगी, जिससे गुरुग्राम से आने वाले यात्री भी इस लाइन में आसानी से सफर कर सकेंगे। इससे दिल्ली के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक भी कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
समय पर पूरा होगा प्रोजेक्ट
मंत्री खट्टर ने कहा कि 26 किलोमीटर लंबी यह गोल्डन लाइन निर्धारित समय पर पूरी हो जाएगी। इसके शुरू होने से दिल्ली और गुरुग्राम के लोगों को यातायात जाम से राहत मिलेगी और सफर तेज और सुविधाजनक होगा। DMRC के अनुसार, इस लाइन के निर्माण में आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया गया है, जिससे परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है।
गुरुग्राम को भी मिलेगा फायदा
इस नई मेट्रो लाइन के कारण गुरुग्राम के यात्रियों को दिल्ली आने-जाने में ज्यादा सहूलियत होगी। इंटरचेंज सुविधा के चलते वे गोल्डन लाइन से आसानी से जुड़ सकेंगे। इससे दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र की कनेक्टिविटी में महत्वपूर्ण सुधार होगा और यात्रा में लगने वाला समय भी कम होगा।
निष्कर्ष
गोल्डन लाइन दिल्ली मेट्रो के विस्तार में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके शुरू होने से हजारों यात्रियों को फायदा होगा और दिल्ली-गुरुग्राम के बीच यात्रा सुगम हो जाएगी। DMRC जल्द ही इस लाइन के अन्य कार्यों को भी पूरा करने में जुटी हुई है, जिससे यह प्रोजेक्ट जल्द से जल्द शुरू किया जा सके।