Chhattisgarh: New bastion of investment, छत्तीसगढ़: निवेश का नया गढ़, मिले 6000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव

Chhattisgarh: New bastion of investment: छत्तीसगढ़ अब देश के सबसे बड़े निवेश केंद्रों में से एक बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है। राज्य की नई औद्योगिक नीति और विदेशी निवेश की चर्चा ने देशभर का ध्यान खींच लिया है। हाल ही में मुंबई में आयोजित इन्वेस्टर कनेक्ट मीट में छत्तीसगढ़ को 6000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जो राज्य के आर्थिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकते हैं।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति 2024-30 की खासियतें साझा कीं। इस नीति के तहत “न्यूनतम शासन, अधिकतम प्रोत्साहन” की दिशा में कई सुविधाएं प्रदान की गई हैं, जैसे कि NOC और सिंगल विंडो सिस्टम। इसके अलावा, 1000 करोड़ रुपये के निवेश या 1000 लोगों को रोजगार देने वाले उद्योगों के लिए बी-स्पोक नीति और स्थायी पूंजी निवेश के लिए आकर्षक प्रावधान किए गए हैं।
छत्तीसगढ़ ने रायपुर, दिल्ली, और मुंबई में आयोजित इन्वेस्टर कनेक्ट मीट के माध्यम से 1 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव जुटाए हैं।
नवा रायपुर में आईटी हब और फार्मास्युटिकल पार्क का निर्माण किया जाएगा, जबकि बस्तर और सरगुजा में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों के लिए नई संभावनाएं पैदा हो रही हैं। इसके अलावा, प्रमुख निवेश क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ग्रीन हाइड्रोजन, इलेक्ट्रॉनिक्स और फार्मा शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ में निवेश की रुचि दिखाते हुए प्रमुख उद्योगपतियों ने बड़े निवेश प्रस्ताव दिए हैं, जिनमें अम्बुजा सीमेंट (2367 करोड़ रुपये), बॉम्बे हॉस्पिटल ट्रस्ट (700 करोड़ रुपये), वेलस्पन ग्रुप (500 करोड़ रुपये), और ड्रूल्स (625 करोड़ रुपये) शामिल हैं। इसके अलावा एस्सार ग्रुप, आदित्य बिड़ला ग्रुप और गोदरेज ग्रुप ने भी निवेश की संभावना जताई है।
छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक और आर्थिक विशेषताएं भी राज्य को एक आकर्षक निवेश गंतव्य बना रही हैं। राज्य में कोयला, लोहा, बॉक्साइट, और लीथियम जैसे खनिज संसाधन उपलब्ध हैं। साथ ही, 25,000 मेगावाट की उत्पादन क्षमता के साथ यह राज्य शून्य पावर कट वाला राज्य है। रेल, रोड और एयर कनेक्टिविटी के मामले में भी यह राज्य उन्नति की ओर बढ़ रहा है, जिसमें रांची, हैदराबाद और विशाखापट्टनम के लिए एक्सप्रेसवे शामिल हैं। शिक्षा और कौशल के क्षेत्र में भी IIT और IIM जैसे प्रमुख संस्थान राज्य में स्थित हैं।
छत्तीसगढ़ की यह नई औद्योगिक नीति और निवेश की दिशा राज्य के भविष्य को उज्जवल बनाने का काम कर सकती है।