जगन्नाथ रथ यात्रा से लाएं ये पवित्र वस्तुएं, मिलेगा धन और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद

पुरी:जगन्नाथ रथ यात्रा न केवल भारत के प्रमुख धार्मिक आयोजनों में से एक है, बल्कि यह भक्तों के लिए जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का प्रतीक भी मानी जाती है। हर साल लाखों श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के भव्य रथ यात्रा में भाग लेते हैं। इस दौरान ऐसी कई पवित्र वस्तुएं होती हैं, जिन्हें घर लाना बेहद शुभ माना जाता है।
निर्माल्य (सूखा चावल)
जगन्नाथ मंदिर से मिलने वाला निर्माल्य विशेष प्रसाद होता है जो भगवान को अर्पित किए गए सूखे चावल का रूप होता है। मान्यता है कि इसे घर लाने से कभी अन्न की कमी नहीं होती। इसे चावल के डिब्बे में रखने या किसी शुभ काम की शुरुआत में एक दाना मिलाने से समृद्धि बढ़ती है। मृत्यु के समय इसका सेवन मोक्षदायक माना गया है।
मंदिर का बेंत (छड़ी)
जगन्नाथ मंदिर की एक पवित्र परंपरा है बेंत लाने की। इसे रथ यात्रा के दौरान भक्तों को स्पर्श कराया जाता है। इसे घर में तिजोरी या पूजा स्थान पर रखने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और घर से दरिद्रता दूर होती है। कई श्रद्धालु इससे हल्का स्पर्श भी करते हैं जिससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
रथ की लकड़ी का टुकड़ा
भगवान के रथों का निर्माण नीम की विशेष लकड़ी से होता है। यात्रा के बाद रथों को तोड़ दिया जाता है और यदि उसका एक छोटा टुकड़ा मिल जाए, तो यह अत्यंत शुभ माना जाता है। इसे घर के पूजा स्थल में रखने से सौभाग्य और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
तुलसी की माला
भगवान विष्णु को प्रिय तुलसी की माला भी रथ यात्रा से लाने योग्य होती है। यह घर के वातावरण को पवित्र और शांत बनाती है तथा नकारात्मकता को दूर करती है।
इन वस्तुओं को श्रद्धा से घर लाना न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह भक्तों के जीवन में सुख, समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग भी प्रशस्त करता है।





