दिल्ली में AAP के वोटबैंक पर BJP की नजर, झुग्गी बस्तियों और इफ्तार पार्टियों से साध रही रणनीति

दिल्ली:दिल्ली में सत्ता में वापसी के बाद बीजेपी ने झुग्गी-झोपड़ियों को साधने की रणनीति अपनाई है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता लगातार झुग्गी बस्तियों का दौरा कर रही हैं और वहां के निवासियों को आश्वासन दे रही हैं कि उनकी झुग्गियां नहीं हटाई जाएंगी। हाल ही में उन्होंने वसंत कुंज के भंवर सिंह कैंप में लोगों से मुलाकात की और वादा किया कि “जहां झुग्गी, वहीं मकान” का वादा पूरा किया जाएगा। साथ ही, उन्होंने पानी और अन्य बुनियादी सुविधाओं को सुधारने की बात भी कही। यह बीजेपी की रणनीति का हिस्सा है, जिससे वह झुग्गीवासियों के बीच अपनी पकड़ मजबूत कर सके।
मुस्लिम वोटबैंक को साधने की कोशिश
बीजेपी अब मुस्लिम समुदाय को भी साधने की कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हाल ही में रोजा इफ्तार पार्टियों में हिस्सा लेना शुरू किया है। पिछले दो दिनों में वह दो इफ्तार आयोजनों में शामिल हुईं, जिनमें दिल्ली हज कमेटी और बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा आयोजित कार्यक्रम शामिल थे। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और अन्य बीजेपी नेता भी इन कार्यक्रमों में शामिल हुए। बीजेपी इन आयोजनों के जरिए मुस्लिम समुदाय को यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि पार्टी सभी धर्मों और वर्गों को साथ लेकर चलने के लिए प्रतिबद्ध है।
बीजेपी की दीर्घकालिक रणनीति
बीजेपी का यह नया रुख उसकी दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। दिल्ली की राजनीति में आम आदमी पार्टी का झुग्गी और मुस्लिम वोटबैंक मजबूत रहा है, लेकिन बीजेपी इसे धीरे-धीरे अपने पाले में करने की कोशिश कर रही है। इफ्तार पार्टियों में भाग लेने और झुग्गीवासियों को विकास के वादे करने के पीछे मकसद अगले चुनावों में मजबूत स्थिति बनाना है। बीजेपी अब सीधे आम आदमी पार्टी के वोटबैंक को प्रभावित करने की दिशा में कदम बढ़ा रही है।





