भारत के खिलाफ जाने पर बांग्लादेश नहीं बच पाएगा: भाजपा नेता घोष

दिल्ली। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष ने बांग्लादेश को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश भारत के खिलाफ जाने का जोखिम नहीं उठा सकता क्योंकि उसका हर क्षेत्र भारत पर निर्भर है।
घोष ने कहा, “जब हम पाकिस्तान पर नकेल कस सकते हैं, तो बांग्लादेश क्या चीज है? वह चारों ओर से भारत से घिरा हुआ है – उसका व्यापार, वायु, जल और आर्थिक गतिविधियां सब कुछ भारत पर निर्भर है। अगर वह भारत के खिलाफ जाता है, तो वह जीवित नहीं रह सकता।”
दिलीप घोष की यह टिप्पणी उस समय आई है जब भारत सरकार ने बांग्लादेश से आने वाले कई उत्पादों के आयात पर बंदरगाह संबंधी प्रतिबंध लगाए हैं। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने निदेशालय (DGFT) के निर्देश पर यह कदम उठाया है। इस नए नियम के अनुसार, बांग्लादेश से आने वाले रेडीमेड वस्त्र अब केवल न्हावा शेवा और कोलकाता बंदरगाहों से ही भारत में प्रवेश कर सकते हैं। भूमि सीमाओं से इन वस्त्रों का आयात प्रतिबंधित कर दिया गया है।
किन उत्पादों पर लगी हैं पाबंदियां
नए दिशा-निर्देशों में बांग्लादेश से आने वाले फल-स्वादित पेय, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, प्रोसेस्ड फूड, कॉटन वेस्ट, प्लास्टिक और पीवीसी से बने उत्पाद (औद्योगिक इनपुट को छोड़कर), और लकड़ी के फर्नीचर को भी पूर्वोत्तर राज्यों के भूमि सीमा चेक पोस्टों से आयात करने पर प्रतिबंध लगाया गया है। यह पाबंदियां असम, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम और पश्चिम बंगाल के चांगरबांधा और फूलबाड़ी के सीमाई क्षेत्रों में लागू होंगी।
महत्वपूर्ण वस्तुएं रहेंगी अप्रभावित
हालांकि, मछली, एलपीजी, खाद्य तेल और कुचला पत्थर जैसी आवश्यक वस्तुएं इस प्रतिबंध से बाहर रखी गई हैं। इसके अलावा बांग्लादेश से नेपाल और भूटान की ओर भारत के रास्ते जाने वाले माल पर भी कोई असर नहीं पड़ेगा।
बताया जा रहा है कि यह कदम बांग्लादेश के अंतरिम मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के चीन में दिए गए बयान के बाद उठाया गया है, जिसमें उन्होंने भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र को “समुद्र से कटा हुआ” बताया था। भारत ने इस बयान को अपनी संप्रभुता और कनेक्टिविटी पर चुनौती के रूप में देखा और राजनयिक प्रतिक्रिया दी।





