33 पुरस्कारों का एलान: गोविंदराजन पद्मनाभन को विज्ञान रत्न; चंद्रयान-3 के वैज्ञानिक-इंजीनियर भी होंगे सम्मानित
केंद्र सरकार ने विज्ञान प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल करने वाली विभूतियों को सम्मानित करने के लिए राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। इस बार प्रख्यात बायोकेमिस्ट गोविंदराजन पद्मनाभन को पहले विज्ञान रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा चंद्रयान-3 के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को विज्ञान टीम सम्मान दिया जाएगा। आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने 33 राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कारों की घोषणा की है।
33 राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कारों की घोषणा
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने 33 राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कारों की घोषणा की है। राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार (आरवीपी) के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के विभिन्न क्षेत्रों में व्यक्तियों या टीम की तरफ से नामांकन किए जाते हैं।
चार श्रेणियों में राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार दिए जाते हैं
विज्ञान रत्न (वीआर): पूरे जीवनकाल में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल करने वाले विशिष्ट व्यकेतियों को यह पुरस्कार दिया जाता है। इस श्रेणी में अधिकतम तीन पुरस्कार दिए जाते हैं।
विज्ञान श्री (वीएस): विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को यह सम्मान दिया जाताहै। इस श्रेणी में अधिकतम 25 पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।
विज्ञान युवा: शांति स्वरूप भटनागर (वीवाई-एसएसबी) पुरस्कार: विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में असाधारण योगदान देने वाले युवा वैज्ञानिकों को यह सम्मान दिया जाता है। इस श्रेणी में अधिकतम 25 पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।
विज्ञान टीम (वीटी) पुरस्कार: तीन या अधिक वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं की उस टीम को यह सम्मान दिया जाता है, जिसने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया हो। इस श्रेणी में तीन पुरस्कार दिए जाते हैं।