छत्तीसगढ़ राशन दुकान विक्रेता संघ अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाने क्या है पूरा मामला
कवर्धा: छत्तीसगढ़ राशन दुकान विक्रेता संघ ने शुक्रवार को अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. संघ ने मांगें पूरी नहीं होने पर 1 अक्टूबर से पूरे छत्तीसगढ़ में काम कर रहे 15 हजार राशन विक्रेताओं के हड़ताल पर जाने की धमकी दी है.
मशीन से राशन देने में आ रही दिक्कत : विक्रेता संघ का आरोप है कि शासन ने छत्तीसगढ़ के सभी दुकानों में इलेक्ट्रॉनिक वजन मशीन ट्रायल में ई पास मशीन को बाध्य किया है. लेकिन मशीन की गुणवत्ता बेहद खराब है. सुधार भी नहीं होता और आए दिन सर्वर डाउन रहता है.जिसके कारण हर दिन उपभोक्ता और विक्रेता के बीच विवाद होता है.
क्या है मांग राशन दुकान विक्रेता संघ की मांग –
1. छत्तीसगढ़ राज्य के सभी दुकान को इलेक्ट्रॉनिक वजन मशीन ट्रायल में ई पास मशीन से बाध्य किया गया. मशीन की गुणवत्ता बहुत खराब है. सुधार करने उचित संसाधन नहीं हैं, सर्वर समस्या के कारण वितरण प्रणाली में बाधा आता ही.इसलिए इसे बदला जाए.
2. पिछले 5 माह से राशन दुकान के आवंटन में अनिमितता बरती जा रही है. इसलिए भंडारण प्रभावित होता है. दुकानदार और उपभोक्ता में वाद विवाद का सामना करना पड़ता है.
3. दुकानदार आर्थिक संकट से जुझ रहे हैं. समय पर बारदाना की राशि, मार्जिन राशि, ई पास मार्जिन राशि, वित्तीय पोषण राशि समय पर भुगतान नहीं किया जाता .मार्जिन राशि में 20 वर्षों से 1 रूपये की वृद्धि नही हुई है वर्तमान मार्जिन राशि बहुत कम है. जिसे सभी स्कंधो में वृद्धि कर 250 रुपए प्रति क्विंटल कर मासिक भुगतान और सहकारिता समूह के विक्रेता को 30 हजार रूपए मासिक मानदेय के अलावा राशन दुकान एवं विक्रेता का बीमा सुविधा मुहैया कराई जाए.
4. राशन भंडारण में गड़बड़ी के कारण दुकान में कमी हो रही है, इसलिए ई पास मशीन एवं इलेक्ट्रानिक वजन मशीन से कनेक्टिविटी के माध्यम से भंडारण कराया जाए और 2% क्षतिपूर्ति दिया जाए.
5. राशन वितरण के अलावा अन्य कार्य कराने पर पारिश्रमिक दिया जाए.
6. कोरोना काल में 2 माह का डीडी राशि पटवाकर फ्री राशन बटवाई गया. उस राशि को अभी तक दुकानदार को नहीं दिया गया है, ना ही समयोजन किया गया है.इसे भी समायोजित किया जाए.