गर्मी के साथ बीमारी की चाल तेज, डायरिया ने बढ़ाई चिंता

बिलासपुर, छत्तीसगढ़
जैसे-जैसे गर्मी अपने चरम पर पहुंच रही है, वैसे-वैसे डायरिया जैसी मौसमी बीमारियों ने भी लोगों की चिंता बढ़ा दी है। बिलासपुर के मंगला क्षेत्र में डायरिया के 25 नए मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।
मंगला में बिगड़े हालात, सर्वे और जांच शुरू
यह कोई पहली बार नहीं है। पिछले वर्ष रतनपुर क्षेत्र में भी इसी तरह की स्थिति देखी गई थी। मंगला की घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने तत्काल सर्वे और सैंपलिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि बीमारी की जड़ तक पहुंचा जा सके।
डॉ. प्रमोद तिवारी (सीएमएचओ, बिलासपुर) ने कहा –
“गर्मी में दूषित पानी से होने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। हमने सभी संबंधित अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट पर रखा है।”
साफ पानी बना जीवन रक्षक
डायरिया के बढ़ते मामलों के पीछे मुख्य कारण दूषित पानी बताया जा रहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों को उबला या फिल्टर किया हुआ पानी पीने, खुले में बिकने वाले खाद्य पदार्थों से बचने, और व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखने की सलाह दी है।
अस्पतालों में आपातकालीन तैयारी
बिलासपुर शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इसे देखते हुए सभी सरकारी अस्पतालों को आपातकालीन तैयारी के निर्देश दिए गए हैं। दवाइयों की पर्याप्त आपूर्ति और मेडिकल स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग की अपील:
केवल साफ व सुरक्षित पानी का सेवन करें
भोजन से पहले और शौच के बाद हाथ धोना न भूलें
लक्षण दिखने पर तत्काल अस्पताल जाएं, स्वयं इलाज से बचें
बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर विशेष ध्यान दें





