What to do after passing 12th? । 12वीं पास करने के बाद क्या करें?

12वीं के बाद विकल्पों की भरमार

What to do after passing 12th? बारहवीं की परीक्षा पास करना एक बड़ा मील का पत्थर होता है। इसके बाद ही असली जीवन की दिशा तय होती है। लेकिन अक्सर छात्र इस पड़ाव पर आकर उलझन में पड़ जाते हैं – “अब क्या करें?” यह सवाल बहुत आम है, लेकिन इसका जवाब बहुत व्यक्तिपरक (personalized) हो सकता है। करियर चुनने का निर्णय किसी और की देखादेखी या समाज के दबाव में आकर नहीं, बल्कि अपने इंटरेस्ट, स्किल्स और लॉन्ग-टर्म गोल्स को ध्यान में रखकर लिया जाना चाहिए।

इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि 12वीं के बाद कौन-कौन से विकल्प मौजूद हैं, चाहे आपने साइंस पढ़ा हो, कॉमर्स या आर्ट्स। साथ ही जानेंगे कैसे प्रोफेशनल कोर्स, सरकारी नौकरी, स्टार्टअप, स्किल्स या इंटरनेशनल स्टडीज़ आपके करियर की दिशा तय कर सकते हैं।


12वीं के बाद विकल्पों की भरमार(What to do after passing 12th)

क्यों यह निर्णय ज़िंदगी का सबसे अहम मोड़ होता है

12वीं पास करने के बाद छात्र पहली बार अपने भविष्य से जुड़े गंभीर फैसले लेते हैं। यहां से की गई चूक आपको वर्षों पीछे कर सकती है, और सही चुनाव आपको आगे बढ़ा सकता है। यही वजह है कि ये समय बेहद अहम होता है। इस समय कई विकल्प सामने होते हैं – कोई इंजीनियरिंग करना चाहता है, तो कोई CA या UPSC की तैयारी करना चाहता है।

बच्चे और अभिभावक दोनों चाहते हैं कि निर्णय जल्दी और सही हो, लेकिन जल्दबाजी में लिया गया फैसला कई बार गलत साबित होता है। इसलिए सोच-समझकर, गहराई से विश्लेषण कर, और एक्सपर्ट्स की सलाह लेकर ही फैसला करना चाहिए।


अपने इंटरेस्ट को पहचानना है ज़रूरी

अगर आपको समझ नहीं आ रहा कि क्या करें, तो सबसे पहले खुद से यह सवाल पूछें: “मुझे किस चीज़ में मजा आता है?”, “क्या मैं टेक्निकल हूं?”, “क्या मुझे लोगों से बात करना अच्छा लगता है?”, “क्या मैं कुछ क्रिएट करना चाहता हूं?” – ये सवाल आपको सही दिशा में सोचने में मदद करेंगे।

आज के ज़माने में सिर्फ डॉक्टर या इंजीनियर ही करियर नहीं हैं। डिजिटल मार्केटिंग, कंटेंट क्रिएशन, गेम डेवलपमेंट, साइबर सिक्योरिटी, यहां तक कि यूट्यूबिंग और फ्रीलांसिंग भी फुल-टाइम करियर बन चुके हैं।

इसलिए सबसे पहले अपने इंटरेस्ट को पहचानें और फिर उसे एक लक्ष्य में बदलें।


करियर ऑप्शन्स – स्ट्रीम के हिसाब से (What to do after passing 12th)

साइंस स्ट्रीम के बाद करियर विकल्प

साइंस स्ट्रीम वाले छात्रों के पास करियर के सबसे अधिक विकल्प होते हैं – चाहे वो मेडिकल हो या नॉन-मेडिकल। अगर आपने बायोलॉजी ली है, तो MBBS, BDS, BAMS, BHMS, फार्मेसी, और बायोटेक्नोलॉजी जैसे विकल्प हैं। वहीं, अगर आपने मैथ्स लिया है तो B.Tech, B.Sc, NDA, आर्किटेक्चर, या रिसर्च में करियर बना सकते हैं।

इसके अलावा आप UPSC, SSC, बैंकिंग और डिफेंस जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की भी तैयारी कर सकते हैं। साइंस बैकग्राउंड छात्रों को इन परीक्षाओं में भी बढ़त मिलती है क्योंकि उनकी सोच विश्लेषणात्मक होती है।


कॉमर्स स्ट्रीम के बाद करियर विकल्प

कॉमर्स वालों के लिए भी स्कोप की कमी नहीं है। आप B.Com, BBA, CA, CS, CMA, CFA, या बैंकिंग और फाइनेंस में स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं। अगर आपको बिजनेस चलाने में रुचि है तो MBA या फैमिली बिजनेस मैनेजमेंट जैसे कोर्स कर सकते हैं।

इसके अलावा डिजिटल मार्केटिंग, SEO, कंटेंट राइटिंग, डाटा एनालिटिक्स जैसे कोर्स भी कॉमर्स छात्रों के लिए नए रास्ते खोलते हैं। ACCA और CPA जैसे इंटरनेशनल फाइनेंस कोर्सेज भी काफी डिमांड में हैं।


आर्ट्स स्ट्रीम के बाद करियर विकल्प

आर्ट्स या ह्यूमैनिटीज वालों के लिए अब पहले जैसी सीमाएं नहीं रह गई हैं। अब ये स्ट्रीम केवल टीचर या वकील बनने तक सीमित नहीं रही। आप BA, BJMC (Journalism), BFA (Fine Arts), B.Ed, LLB जैसी डिग्रियाँ ले सकते हैं।

इसके अलावा सिविल सर्विसेज (IAS, IPS), होटल मैनेजमेंट, ट्रैवल एंड टूरिज़्म, मनोविज्ञान (Psychology), सोशल वर्क जैसे फील्ड भी आर्ट्स के छात्रों के लिए बढ़िया ऑप्शन हैं।

प्रोफेशनल कोर्सेस के विकल्प

इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ, होटल मैनेजमेंट

12वीं के बाद पारंपरिक प्रोफेशनल कोर्सेस आज भी छात्रों की पहली पसंद होते हैं। इंजीनियरिंग और मेडिकल कोर्स लंबे समय से सबसे लोकप्रिय रहे हैं। इंजीनियरिंग के लिए JEE Main और Advance, जबकि मेडिकल के लिए NEET जैसी एंट्रेंस परीक्षाएं होती हैं। इन क्षेत्रों में करियर की स्थिरता और सैलरी दोनों ही आकर्षण का केंद्र होती हैं।

इसी तरह लॉ यानी कानून के क्षेत्र में भी अब छात्रों की रुचि बढ़ रही है। CLAT जैसी परीक्षाएं पास कर आप टॉप लॉ यूनिवर्सिटीज़ जैसे NLU में एडमिशन पा सकते हैं। इसके अलावा होटल मैनेजमेंट भी तेजी से बढ़ता हुआ क्षेत्र है। NCHMCT JEE जैसी परीक्षाएं पास कर आप इस इंडस्ट्री में कदम रख सकते हैं।

इन सभी कोर्सेस में खास बात यह है कि ये आपको एक निश्चित दिशा और पेशेवर पहचान दिलाते हैं।


नए ज़माने के कोर्सेज – डिजिटल मार्केटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, एनिमेशन

अगर आप पारंपरिक कोर्सेस से हटकर कुछ अलग करना चाहते हैं, तो नए ज़माने के स्किल-बेस्ड कोर्सेज आपके लिए बेहतर हो सकते हैं। डिजिटल मार्केटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, वेब डेवलपमेंट, UX/UI डिजाइन, और एनिमेशन जैसे कोर्स आज की डिजिटल दुनिया में बेहद डिमांड में हैं।

ये कोर्सेस आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे Coursera, Udemy, Skillshare, या Google और Meta के खुद के सर्टिफिकेट प्रोग्राम्स के जरिए कर सकते हैं। इनकी खास बात यह है कि आप इन्हें 3 से 6 महीने के अंदर पूरा कर सकते हैं और तुरंत फ्रीलांस या जॉब शुरू कर सकते हैं।


स्किल-बेस्ड कोर्सेस – डिप्लोमा, आईटीआई, सर्टिफिकेट कोर्स

हर कोई डिग्री या लंबा कोर्स नहीं करना चाहता, खासकर वे लोग जो जल्दी से जल्दी रोजगार पाना चाहते हैं। ऐसे में स्किल-बेस्ड डिप्लोमा या आईटीआई कोर्सेस बेहतरीन विकल्प होते हैं। ये कोर्स इलेक्ट्रिशियन, फिटर, मैकेनिकल, वायरिंग, प्लंबिंग, कंप्यूटर हार्डवेयर जैसे क्षेत्रों में होते हैं।

इसके अलावा सर्टिफिकेट कोर्स जैसे Tally, Excel, Accounting, कंप्यूटर बेसिक्स, मेडिकल लैब टेक्नीशियन, फोटोग्राफी, विडियोग्राफी भी युवाओं को जल्दी रोजगार पाने में मदद करते हैं।


डिग्री कोर्सेस: पारंपरिक लेकिन स्थिर (What to do after passing 12th)

B.A, B.Sc, B.Com – क्या अभी भी हैं प्रासंगिक?

कई बार छात्र सोचते हैं कि ये कोर्स पुराने हो चुके हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि B.A, B.Sc, और B.Com जैसी डिग्रियां आज भी उतनी ही महत्वपूर्ण हैं। खासकर अगर आप आगे जाकर UPSC, PSC, NET/JRF, या लेक्चररशिप जैसी परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं, तो ये डिग्रियां आपके लिए जरूरी हैं।

इसके अलावा ये कोर्स फाउंडेशन तैयार करते हैं – जैसे B.Sc आपके लिए MSc और फिर PhD का रास्ता खोलता है। B.Com से आप MBA, CA या बैंकिंग में जा सकते हैं, और B.A आपको प्रशासनिक सेवाओं, पत्रकारिता, और शिक्षण में करियर बनाने का मौका देता है।


इन कोर्सेस के बाद क्या-क्या कर सकते हैं?

B.A करने के बाद आप UPSC, SSC CGL, CTET, B.Ed, MA, या BJMC जैसे क्षेत्रों में जा सकते हैं। वहीं B.Com के बाद M.Com, CA, MBA, या बैंकिंग सेक्टर में स्कोप होता है। B.Sc छात्रों के लिए रिसर्च, फार्मा, लैब साइंस, MSc और टीचिंग जैसे विकल्प होते हैं।

इन डिग्री कोर्सेस की खास बात यह है कि ये आपको एक मजबूत अकादमिक आधार देते हैं, जो आगे की किसी भी परीक्षा या करियर विकल्प के लिए जरूरी होता है।


सरकारी नौकरी की तैयारी

SSC, रेलवे, बैंकिंग, UPSC की शुरुआत कैसे करें

सरकारी नौकरी का क्रेज भारत में हमेशा रहा है – और इसकी वजह भी है: स्थायित्व, अच्छा वेतन, और सामाजिक प्रतिष्ठा। अगर आप सरकारी नौकरी का सपना देख रहे हैं, तो 12वीं के बाद ही इसकी शुरुआत करना समझदारी होगी। SSC CHSL, SSC GD, रेलवे ग्रुप D, NDA जैसी परीक्षाएं 12वीं पास छात्रों के लिए होती हैं।

बैंकिंग, SSC CGL, और UPSC जैसी परीक्षाओं के लिए आपको ग्रेजुएशन की जरूरत होती है, लेकिन तैयारी अभी से की जा सकती है। बेसिक मैथ्स, रीज़निंग, करंट अफेयर्स और इंग्लिश पर फोकस कर आप मजबूत नींव बना सकते हैं।


कोचिंग लें या खुद पढ़ें?

यह सवाल बहुत आम है – “क्या मुझे कोचिंग लेनी चाहिए?” इसका उत्तर है – आपकी ज़रूरत और क्षमता के अनुसार। अगर आपको गाइडेंस चाहिए, टाइम मैनेजमेंट नहीं आता, या आप पहली बार तैयारी कर रहे हैं, तो कोचिंग फायदेमंद हो सकती है।

लेकिन अगर आपके पास अच्छा मटेरियल है, समय की पाबंदी है, और आप नियमित रूप से पढ़ सकते हैं, तो घर बैठकर भी आप सफल हो सकते हैं। आजकल यूट्यूब, Unacademy, Byju’s, Testbook जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर मुफ्त और पेड कोर्स दोनों उपलब्ध हैं।

डिफेंस सेक्टर में करियर (What to do after passing 12th)

NDA, Navy, Air Force में कैसे जाएं?

अगर आप देशसेवा के जुनून से भरे हुए हैं और साहसिक करियर की तलाश में हैं, तो डिफेंस सेक्टर आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है। 12वीं के बाद NDA (National Defence Academy) एक ऐसा जरिया है जिससे आप आर्मी, नेवी या एयरफोर्स में ऑफिसर बन सकते हैं। NDA एग्जाम हर साल दो बार UPSC के ज़रिए आयोजित होता है और इसके लिए आपकी उम्र 16.5 से 19.5 वर्ष के बीच होनी चाहिए।

NDA के अलावा, Navy SSR/AA और Indian Air Force के Group X & Y जैसे एग्जाम भी होते हैं जो 12वीं पास युवाओं के लिए खुलते हैं। इसके लिए फिजिकल फिटनेस, मेडिकल क्लियरेंस और एक्ज़ाम की अच्छी तैयारी जरूरी होती है।

तैयारी की रणनीति

डिफेंस परीक्षाओं की तैयारी के लिए एक सही टाइमटेबल बनाना बेहद जरूरी है। NDA जैसे एग्जाम में मैथ्स और जनरल एबिलिटी टेस्ट होता है, साथ ही SSB इंटरव्यू भी होता है जिसमें पर्सनालिटी और मानसिक दृढ़ता की परीक्षा होती है।

डेली न्यूज़पेपर पढ़ना, बेसिक साइंस और GK पर ध्यान देना, और समय पर मॉक टेस्ट देना आपकी सफलता के दरवाज़े खोल सकता है। फिटनेस भी उतनी ही जरूरी है जितनी पढ़ाई, इसलिए शारीरिक तैयारी को नज़रअंदाज़ न करें।


स्वरोज़गार और स्टार्टअप का रास्ता

क्या आप एक उद्यमी बनने के लिए तैयार हैं?

अगर आप किसी नौकरी की बजाए खुद का कुछ करना चाहते हैं, तो आज का समय स्टार्टअप्स और उद्यमिता का है। भारत में स्टार्टअप कल्चर तेजी से बढ़ रहा है और सरकार भी ‘Startup India’ जैसे अभियानों के ज़रिए युवाओं को सपोर्ट कर रही है।

12वीं के बाद आप किसी छोटे व्यापार या डिजिटल प्लेटफॉर्म जैसे YouTube, ब्लॉगिंग, एफिलिएट मार्केटिंग, या सोशल मीडिया मैनेजमेंट के ज़रिए भी शुरुआत कर सकते हैं। इसके लिए आपको कोई बड़ी डिग्री नहीं, बल्कि इनोवेशन, मार्केट की समझ और धैर्य चाहिए।

छोटे व्यवसाय और डिजिटल बिजनेस आइडियाज

छोटे स्केल पर शुरू किए जा सकने वाले कुछ बेहतरीन व्यवसाय हैं: कपड़ों का ऑनलाइन बुटीक, होममेड फूड डिलीवरी, मोबाइल रिपेयरिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, ड्रोपशिपिंग, Amazon या Flipkart पर सेलिंग, इंस्टाग्राम पेज बनाकर ब्रांड प्रमोशन आदि।

इन बिजनेस के लिए केवल एक लैपटॉप, इंटरनेट और थोड़ी सीखने की ललक काफी होती है। आप YouTube और ऑनलाइन कोर्सेज से इन सबकी ट्रेनिंग आसानी से ले सकते हैं।


इंटरनेशनल स्टडीज़ का ऑप्शन

विदेश में पढ़ाई – स्कॉलरशिप और टेस्ट्स

अगर आपका सपना विदेश जाकर पढ़ाई करना है, तो 12वीं के बाद ही इसकी तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। आपको IELTS, TOEFL, SAT जैसे टेस्ट देने होते हैं। स्कॉलरशिप पाने के लिए आपकी एकेडमिक परफॉर्मेंस और लैंग्वेज स्किल्स महत्वपूर्ण होते हैं।

USA, UK, Canada, Australia, Germany जैसे देशों में UG कोर्सेस के लिए फॉर्म भरने और डॉक्यूमेंटेशन की प्रक्रिया काफी पहले शुरू हो जाती है, इसलिए प्लानिंग जरूरी है।

किन देशों में सबसे ज्यादा स्कोप है?

Canada और Germany उन देशों में शामिल हैं जहाँ UG कोर्सेस की फीस कम है और पोस्ट-स्टडी वर्क वीज़ा भी आसानी से मिल जाता है। वहीं UK और Australia क्वालिटी एजुकेशन के लिए प्रसिद्ध हैं। USA में भी पढ़ाई का स्कोप अधिक है, खासकर टेक्नोलॉजी और बिजनेस फील्ड में।


इंटर्नशिप और अनुभव आधारित लर्निंग (What to do after passing 12th)

एक्सपोजर क्यों जरूरी है?

सिर्फ थ्योरी पढ़ने से ज्ञान अधूरा रह जाता है। अगर आप असली दुनिया का अनुभव लेना चाहते हैं, तो इंटर्नशिप आपके लिए सबसे बेहतर रास्ता है। इससे आपको कॉर्पोरेट कल्चर, टाइम मैनेजमेंट, कम्युनिकेशन और टीम वर्क जैसी स्किल्स का अनुभव मिलता है।

इंटर्नशिप से न सिर्फ आपके रिज़्यूमे में दम आता है, बल्कि कई बार फुल-टाइम जॉब का ऑफर भी यहीं से मिल जाता है।

कैसे खोजें अच्छी इंटर्नशिप?

Internshala, LinkedIn, LetsIntern, और Indeed जैसे प्लेटफॉर्म्स पर ढेरों इंटर्नशिप उपलब्ध होती हैं। आप अपने इंटरेस्ट के मुताबिक कंटेंट राइटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, डेटा एंट्री, मार्केटिंग, या कोडिंग जैसी इंटर्नशिप कर सकते हैं। इसके लिए एक अच्छा कवर लेटर और प्रोफेशनल ईमेल लिखना आना चाहिए।


करियर काउंसलिंग और मेंटरशिप

किसी एक्सपर्ट से सलाह क्यों लें

कई बार हमें खुद नहीं पता होता कि हमारी क्षमताएं किस दिशा में बेहतर होंगी। ऐसे में एक प्रोफेशनल करियर काउंसलर आपकी रुचि, स्किल्स, और पर्सनालिटी को एनालाइज कर आपको सही मार्ग दिखा सकता है।

काउंसलिंग से आप गलत फैसले लेने से बच सकते हैं और अपने करियर में स्पष्टता पा सकते हैं।

ऑनलाइन और ऑफलाइन काउंसलिंग विकल्प

Shiksha.com, CareerGuide.com, Mindler, iDreamCareer जैसे प्लेटफॉर्म्स ऑनलाइन काउंसलिंग की सुविधा देते हैं। वहीं आपके शहर में भी बहुत से अच्छे करियर गाइड्स होते हैं जो One-on-One सलाह देते हैं।


गलत फैसलों से कैसे बचें?

फैमिली और सोसाइटी के दबाव से न घबराएं

अक्सर देखा जाता है कि छात्र समाज या माता-पिता के दबाव में करियर का चुनाव कर लेते हैं, जो बाद में पछतावे की वजह बनता है। ज़रूरी है कि आप अपनी पसंद और क्षमता को प्राथमिकता दें।

आपका करियर आपके जीवन की दिशा तय करेगा – इसलिए वह निर्णय सिर्फ आपके हाथ में होना चाहिए।

सोच-समझकर लें बड़ा फैसला

किसी दोस्त ने कौन-सा कोर्स लिया, या पड़ोसी का बेटा किस फील्ड में गया – ये सब सोचकर करियर चुनना सबसे बड़ी गलती हो सकती है। रिसर्च करें, लोगों से बात करें, कोर्स और कॉलेज की डिटेल्स पढ़ें – तभी जाकर निर्णय लें।


लक्ष्य तय करें – सफलता खुद-ब-खुद आएगी

छोटी-छोटी योजनाएं बनाकर करें बड़ी शुरुआत

हर बड़ी सफलता की शुरुआत एक छोटे कदम से होती है। आज आप अगर एक नोटबुक में अपना करियर प्लान लिखते हैं और उस पर अमल करते हैं, तो आने वाले समय में वही प्लान आपको ऊंचाइयों पर ले जाएगा।

मोटिवेशन और अनुशासन का महत्व

केवल सपना देखना काफी नहीं होता – जरूरी है अनुशासन और निरंतर मेहनत। रोजाना 2-3 घंटे अपने लक्ष्य को दें, खुद को समय दें और खुद पर भरोसा रखें। सफलता धीरे-धीरे लेकिन पक्की आएगी।


12वीं के बाद है नए अध्याय की शुरुआत

12वीं पास करना किसी दौड़ का अंत नहीं, बल्कि एक नई दौड़ की शुरुआत है। अब वक्त है सोच-समझकर अपने करियर की दिशा तय करने का। चाहे आप प्रोफेशनल कोर्स करें, सरकारी नौकरी की तैयारी करें, खुद का कुछ शुरू करें या विदेश में पढ़ाई – हर विकल्प आपके लिए खुले हैं।

जरूरत है तो बस आत्मविश्लेषण, सही गाइडेंस और हिम्मत की। याद रखें – कोई रास्ता गलत नहीं होता, बस उसे अपनाने का तरीका सही होना चाहिए।


FAQs

1. क्या 12वीं के बाद बिना डिग्री के भी करियर बन सकता है?
हाँ, डिजिटल स्किल्स और सर्टिफिकेट कोर्सेस से भी आप अच्छा करियर बना सकते हैं जैसे डिजिटल मार्केटिंग, डिजाइनिंग, प्रोग्रामिंग आदि।

2. 12वीं के बाद विदेश जाना कितना खर्चीला है?
यह देश, कोर्स और स्कॉलरशिप पर निर्भर करता है। कुछ देशों में पढ़ाई सस्ती है और स्कॉलरशिप मिलने पर खर्च बहुत कम हो जाता है।

3. क्या सिर्फ सरकारी नौकरी एकमात्र रास्ता है?
नहीं, प्राइवेट सेक्टर, स्टार्टअप्स, स्किल-बेस्ड करियर और उद्यमिता जैसे कई रास्ते हैं जो आज के समय में अधिक प्रभावी हैं।

4. आर्ट्स वालों के लिए कौन सा क्षेत्र सबसे बेहतर है?
आर्ट्स वाले सिविल सेवा, पत्रकारिता, कानून, सोशल वर्क, मनोविज्ञान, टीचिंग और NGO जैसे क्षेत्रों में अच्छा करियर बना सकते हैं।

5. क्या 12वीं के बाद ब्रेक लेना ठीक है?
अगर आपके पास कोई ठोस योजना है जैसे एग्जाम की तैयारी, स्किल डेवलपमेंट या गाइडेंस की तलाश, तो ब्रेक लेना गलत नहीं है। पर उसे सही दिशा में उपयोग करें।

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