जो बांग्लादेश में हुआ वो भारत में होगा, हमें सुरक्षा के बारे में सोचना पड़ेगा’ BJP विधायक ने क्यों दिया यह बयान
गुना विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक पन्नालाल शाक्य एक बार फिर अपने बयान के चलते चर्चा में हैं। उन्होंने कहा कि जो बांग्लादेश में हुआ वह भारत में भी हो सकता है। विभाजन विभीषिका दिवस के कार्यक्रम में पन्नालाल ने कहा कि आज जो बांग्लादेश में हुआ है, कोई कह नहीं सकता कि मध्य प्रदेश या हिंदुस्तान में नहीं होगा, बिलकुल होगा। हमें सुरक्षा के बारे में सोचना पड़ेगा। उन्होंने कहा हमारी देशभक्ति केवल पड़ोसी से जमीन की लड़ाई की है, उसकी एक इंच जमीन पर कब्जा करने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक लड़ते हैं। पेशी पर पेशी करते रहते हैं, इसके वीडियो अब सामने आए हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गुना विधायक पन्नालाल शाक्य ने कहा कि इस जगत में हम उस महापुरुष की पूजा करते हैं भक्ति करते हैं जिसका नाम कृष्ण है। और कृष्ण कैसे थे कि रथ पर बैठे रहे बिना हथियार के उन्होंने सारे राक्षसों को मरवा दिया। सब दुश्मनों को मरवा दिया। केवल अकेला ही तो था उन पांच लोगों के साथ। तो ये विचार अगर हम रख सकते हैं तो फिर हमारे यहां भी बहुत अच्छी व्यवस्था हो जायेगी पर आज की जो परिस्थिति है, उसका ध्यान रक्षा बहुत आवश्यक है। आज जो बांग्लादेश में हुआ है न, वो कोई कह नहीं सकता कि मध्य प्रदेश में और हिंदुस्तान में नहीं होगा, बिलकुल होगा। सुरक्षा के विषय में तो बहुत सोचना पड़ेगा।
रामायण का जिक्र किया
गुना विधायक ने कहा कि रामायण में कुछ पात्र थे सोमाली, माल्यबल और बालि केकई और दशरथ का दानवों के साथ युद्ध हुआ। बाली मारा गया माल्यबल ने सरेंडर कर दिया, सोमाली भाग गया वो सोमाली कहां जाकर बस गया। अफ्रीका के साथ एक लगा हुआ देश है सोमालिया, वो सोमाली लंका से भाग कर वहां जाकर बस गया। आज उसकी संतति समुद्र के लुटेरे के रूप में परिवर्तित हो गई है और वहां से जो जहाज गुजरते हैं, उनको लूट लेते हैं, लेकिन जब वो भाग कर गया तो केकई ने क्या कहा सोमाली तुम अगर भाग गए हो तो बचोगे नहीं। ये याद रखना तुम्हे मैं तो नहीं मार पाई न महाराज दशरथ मार पाए, पर मैं ऐसी संतान पैदा करूंगी कि इस भूमंडल से समूचे राक्षसों का नाश हो जाए।
अधिकारी से निवेदन
मेरा निवेदन यहां बैठे सभी से है कि आप भी विचार करो। ऐसे लोग नहीं बनाना, ऐसे लोगों का पालन पोषण नहीं करना जो फूंक मारने से हिल जाएं। उन्होंने इस दौरान अधिकारियों से गांव में सुरक्षा बढ़ाने की अपील भी की।