पेरिस ओलंपिक में मेडल जीतने से महरूम रहीं भारत की स्टार पहलवान विनेश फोगाट को लेकर एक नई चर्चा शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि विनेश फोगाट राजनीति में एंट्री ले सकती हैं। बता दें कि पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश अपनी वेट कैटेगरी से मात्र 100 ग्राम अधिक वजन होने की वजह से डिस्क्वालिफाई हो गई थीं। अब ऐसी जानकारी सामने आई है कि आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव में विनेश चुनावी अखाड़ा में नजर आ सकती है।
विनेश ने पहले कहा था कि वह सक्रिय राजनीति में नहीं आएंगी। नई रिपोर्ट के अनुसार, कुछ राजनीतिक दल उन्हें मनाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, विनेश किस पार्टी में शामिल होंगी, इसकी पुष्टि अभी नहीं हुई है। फोगाट परिवार के करीबी सूत्रों ने बताया, “हां, क्यों नहीं? संभावना है कि हरियाणा विधानसभा में विनेश फोगाट बनाम बबीता फोगाट और बजरंग पुनिया बनाम योगेश्वर दत्त मुकाबला देखने को मिले।”
विनेश फोगाट शनिवार को पेरिस से दिल्ली पहुंची, तो उनके स्वागत में हरियाणा कांग्रेस के नेता दीपेंद्र हुड्डा भी एयरपोर्ट पहुंचे थे। सूत्रों के मुताबिक, हरियाणा कांग्रेस ने विनेश फोगाट से राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने की अपील की है। साथ ही कहा जा रहा है कि अगर विनेश मान जाती हैं, तो फिर उन्हें बीजेपी नेता और विनेश की चचेरी बहन बबीता फोगाट के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है। 2019 में बबीता फोगाट बीजेपी का दामन थामकर राजनीति में एंट्री ली थीं।
चरखी दादरी से चुनाव लड़ने की उम्मीद
जानकारी ये भी है कि अगर विनेश फोगाट कांग्रेस की अपील की मान लेती है, तो फिर उन्हें चरखी दादरी विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है। खबर ये भी है कि इसी सीट से बीजेपी विनेश की चचेरी बहन बबीता फोगाट को उतार सकती है। अगर ऐसा हुआ तो चुनावी दंगल में पहली बार दो बहनें आमने-सामने होंगी। बता दें कि हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर एक ही फेज में 1 अक्टूबर को चुनाव होंगे। 4 अक्टूबर को नतीजे आएंगे।
खेल में संभावित वापसी का दिया संकेत
पेरिस ओलंपिक से स्वदेश लौटने पर भव्य स्वागत से अभिभूत पहलवान विनेश फोगाट ने कहा कि भारतीय कुश्ती की बेहतरी के लिए भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी और उम्मीद जताई कि सच्चाई की जीत होगी। वहीं, शुक्रवार रात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किए गए तीन पन्नों के पत्र में विनेश ने खेल में संभावित वापसी का संकेत दिया। उन्होंने पेरिस ओलंपिक में अयोग्य ठहराए जाने के बाद संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था।