बलौदाबाजार जिले में तेज़ी से घट रहे टीबी के मरीज, अभियान से मिले सकारात्मक नतीजे

बलौदाबाजार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान का असर अब बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में साफ दिखाई देने लगा है। जिले में टीबी उन्मूलन की दिशा में लगातार बेहतर नतीजे मिल रहे हैं।
वर्ष 2018 में जहाँ 11,940 लोगों की जांच में 1,550 टीबी मरीज मिले थे, वहीं अब 34,127 लोगों की जांच में केवल 1,098 मरीज मिले हैं। यह आंकड़ा लगभग 29% की कमी दर्शाता है। खास बात यह है कि पिछले तीन सालों में जांच संख्या बढ़ने के बावजूद मरीजों का आंकड़ा घटा है, जो जिले के लिए बड़ी उपलब्धि है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश अवस्थी ने बताया कि कलेक्टर दीपक सोनी के मार्गदर्शन में टीबी उन्मूलन कार्यक्रम को तेज़ी मिली है। वर्ष 2023 में 12 और वर्ष 2024 में 182 पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित किया जा चुका है। राज्योत्सव में इन पंचायतों के सरपंचों को सम्मानित कर जनभागीदारी को बढ़ावा दिया गया है।
टीबी मरीजों को बेहतर पोषण देने के लिए रेड क्रॉस और अन्य सामाजिक संगठनों द्वारा फूड बास्केट उपलब्ध करवाई जा रही है। साथ ही शासन द्वारा हर मरीज को इलाज के दौरान 1,000 रुपये प्रतिमाह उनके खाते में भेजे जा रहे हैं। मरीजों के परिवार को टीपीटी (टीबी प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट) भी दिया जा रहा है ताकि बीमारी आगे न फैल सके।
इस वर्ष अब तक 21,858 लोगों की जांच की गई है, जिनमें से 874 नए मरीज मिले हैं। सभी का इलाज शुरू कर दिया गया है, और इनमें से 453 मरीज पूरी तरह टीबी मुक्त हो चुके हैं।
जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और जिला अस्पताल में लगाई गई हाई-टेक नॉट मशीनों ने जांच की गुणवत्ता को और बेहतर बनाया है। यह जांच पूरी तरह निःशुल्क है।
अधिकारियों का मानना है कि लगातार हो रहे प्रयासों और लोगों की भागीदारी से आने वाले वर्ष में बलौदाबाजार को टीबी मुक्त जिला घोषित किए जाने की पूरी संभावना है।





