रायपुर। इस प्रकार है कि प्रार्थिया अनुराधा सिंह दिनांक 12.05.24 को रात में करीबन 11.00 बजे अज्ञात मोबाईल नबर से फोन कर अपने आप को ऑन लाईन समान ज्वैलरी, मोबाईल कपडा आदि बेचने का काम बताकर प्रार्थीया के द्वारा ऑन लाईन समान मगवाने पर प्रार्थिया के साथ कस्टम डियुटी चार्ज एवं अन्य चार्ज लगना बताकर आरोपी द्वारा दिये भारतीय स्टेट बैंक के अलग अलग खातो मे पैसा डलवाया गया है।
जिसमे प्रार्थीया के द्वारा सभी खातो मे अलग अलग किस्त में कुल 25,20,700/- रुपये भेजा गया है आरोपी खाता धारको के द्वारा प्रार्थिया के साथ समान मंगवाने, कस्टम डियुटी के चार्ज लगने के नाम पर छलपूर्वक धोखाधडी पाये जाने पर रिपोर्ट पर थाना आमानाका में अपराध क्रमाक 258/24 धारा 420 भादवि 66 D आई टी एक्ट पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।
अपराध कायमी बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लाल उम्मेद सिंह के द्वारा घटना की गंभीरता को देखते हुये। थाना प्रभारी आमानाका को टीम गठित कर प्रकरण मे साक्ष्य एकत्रित कर सलिप्त आरोपीयो को यथाशीघ्र गिरफ्तार करते हुये कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया ।
प्राप्त निर्देश अनुसार कार्यवाही करते हुये थाना आमानाका से टीम धनबाद झारखंड रवाना होकर झारखंड पुलिस के साथ संयुक्त कार्यवाही कर सीएसपी अमन झा के साइबर दिशानिर्देशों से साइबर ठगी मे संलिप्त सभी आरोपीगण को अलग अलग स्थानों से रेड की कार्यवाही की गई आरोपीगण को जैसे ही छत्तीसगढ़ पुलिस की आने की भनक लगती थी वैसे वैसे आरोपीगण अपना मोबाइल स्विच ऑफ करने लगे ऑनलाइन फ्राड में संलिप्त आरोपीगण को रेड की कार्यवाही कर गिरफ्तार किया गया और ट्रांजिट रिमांड बाद रायपुर न्यायालय पेश कर पुलिस रिमांड लिया गया।
बाद पूछताछ कर न्यायिक रिमांड पर लिया गया है। प्रकरण मे अन्य संलिप्त आरोपीयो की जानकारी एकत्रित की जा रही है। आरोपीगण से पूछताछ करने पर पता चला है कि देश के अलग अलग स्थानों पर साइबर अपराधी फ्रॉड कर रहे है जिन्हें शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा।